व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा
विरोधियों की यह बात तो ठीक नहीं है। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिरते–गिरते और डबल इंजन की सरकार बनते–बनते क्या रह गई‚ कहने लगे कि मोदी की गारंटी फेल है। मोदी की गारंटी थी कि पब्लिक किसी को भी चुने‚ सरकार भगवाई ही बनाएंगे। पर भगवाई सरकार नहीं बनी। बनते–बनते रह गई‚ पर भगवाई सरकार बनी तो नहीं। पहले चंडीगढ़ में बना–बनाया खेल सर्वोच्च अदालत ने बिगाड़ दिया। अब हिमाचल में सब धत्करम किए‚ फिर भी सरकार नहीं बनी। धक्के पर धक्का। मोदी जी की गारंटी तो फेल है!
पर विरोधियों का इतना उछलना भी बनता नहीं है। माना कि चंडीगढ़ और हिमाचल में सारी चाणक्यगीरी के बाद अब भी विरोधियों की सरकार है, पर अभी तक ही तो। बकरे की मां कब तक खैर मनाएगीॽ एक बार बकरे की जान बच गई‚ तो उसे मोदी जी की गारंटी का फेल होना कैसे कह सकते हैंॽ आगे–आगे देखिए होता है क्याॽ मोदी जी ने गारंटी पूरी होने की गारंटी दी जरूर है‚ लेकिन इसमें पहली बार में ही गारंटी पूरी होने की गारंटी थोड़े ही है। गारंटी है गारंटी पूरी होने की यानी तब तक लगे रहने की गारंटी‚ जब तक गारंटी पूरी नहीं हो जाती है। और गारंटी पूरी होने तक लगे रहने का मोदी जी का रिकार्ड बेदाग है। पिछली बार कर्नाटक में देखा नहीं था। चुनाव के बाद पहले दिन से‚ मोदी जी ने कैसे कोशिश शुरू कर दी थीं। बार–बार कोशिश की‚ लगातार कोशिश की और आखिरकार‚ भगवा सरकार बनाने की गारंटी पूरी की। ऐसे ही मध्य प्रदेश में‚ महाराष्ट्र में‚ मोदी जी ने तब तक कोशिश जारी रखीं‚ जब तक कि गारंटी पूरी नहीं हो गई। आएगा‚ हिमाचल‚ चंडीगढ़ वगैरह में भी मोदी जी की गारंटी पूरी होने का नंबर आएगा। पब्लिक किसी को भी चुने‚ हर जगह भगवा ही लहराएगा–यह मोदी की गारंटी है।
चंडीगढ़‚ हिमाचल वगैरह का नाम लेकर‚ विपक्ष वाले मोदी जी की गारंटी पर भक्तों का विश्वास डिगा नहीं सकते। भक्तों को पूरा भरोसा है कि मोदी जी की गारंटी जहां–जहां अभी पूरी नहीं हुई है‚ वहां भी अपना काम कर रही है। एक–एक कर और इस बार नहीं, तो अगली बार‚ सब का नम्बर आएगा। पब्लिक की मनमर्जी नहीं चलेगी‚ हर जगह भगवाई सरकार बनाएगा। यह मोदी की गारंटी है।