देहरादून। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय देहरादून में हल्द्वानी के मलिक फार्म क्षेत्र में घटित घटना के संदर्भ में इंडिया एलायंस और सिविल सोसाइटी की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गयी। बैठक में सर्वसम्मति से इस घटना को निंदनीय एवं दुखद करार देते हुए जनता से निवेदन किया गया कि आपसी सामाजिक सौहार्द भाईचारे एवं शांति को कायम रखने की अपील की गयी। और प्रशासन की लापरवाही, लोकल इंटेलिजेंस की विफलता और सरकार की उदासीनता को इस घटना का मुख्य कारण बताया। और सरकार से अपील की कि तत्काल वहां के डीएम और एसएसपी को बर्खास्त किया जाए।
बैठक में शामिल सभी प्रतिनिधियों ने कहा कि वहां पर आवश्यक सावधानी बरती जानी चाहिए थी वह क्यों नही बरती गयी, और सांय 4बजे बिना होमवर्क किए जल्दबाजी में जो कार्यवाही हुयी वह किसी तरीके से भी उचित नहीं है। सर्वसम्मति से बैठक में निर्णय हुआ कि इस घटना के संदर्भ में महामहिम राज्यपाल और प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा जाए, महामहिम राज्यपाल और मुख्यमंत्री से मिलने का समय मांगा गया हैं, और कल दिनांक 10 फरवरी को सांय 5ः00बजे गांधी पार्क में गांधी प्रतिमा के सम्मुख संयुक्त रूप से शान्ति के लिए प्रार्थना की जाएगी।
बैठक में सभी वक्ताओं ने कहा कि हल्द्वानी की घटना अत्यन्त दुर्भाग्यपूर्ण है यह पूरी तरह से प्रशासनिक चूक और विफलता का मामला है, इस घटना से बचा जा सकता था किन्तु जानबूझकर प्रशासन और सरकार द्वारा ऐसी परिस्थितियां पैदा की गयी जिसके परिणाम स्वरूप यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी। हल्द्वानी की घटना में हताहत और घायल हुए सभी लोगों के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं घटना में पत्रकार, आमजन और पुलिस कर्मी भी प्रभावित और घायल हुए हैं घटना में घायल सभी लोगों के जल्द स्वास्थ्य लाभ की हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं, यह भी अत्यन्त दुखद घटना है किसी को भी कानून से खिलवाड़ करने की छूट नहीं होनी चाहिए, सरकार और शासन प्रशासन को इस घटना से सबक लेकर आवश्यक सतर्कता बरतनी चाहिए, और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुर्नावृति न हो इसके लिए भी आवश्यक कदम उठाए जाने चाहिए, ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं पर कांग्रेस पार्टी और इंडिया एलायंस के सहयोगी राजनीतिक दल और सिविल सोसाईटी यह मांग करती है कि इस प्रकार की घटनाओं पर किसी भी प्रकार की राजनीति नही होनी चाहिए, हम सभी सदैव शान्ति और आपसी सोहार्द में विश्वास करते हैं।
बैठक में सभी वक्ताओं ने कहा कि भाजपा ऐसी घटनाओं पर ओछी राजनीति और बयानबाजी कर रही है जो किसी भी तरह से सही नहीं है उससे बचा जाना चाहिए। इस प्रकार की घटनाओं से किस राजनीतिक दल को लाभ होता है यह भी देश की जनता भली भांति जानती हैं। सरकार को अपना दायित्व निभाते हुए इस घटना की निष्पक्ष न्यायिक जांच करनी चाहिए और दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्यवाही करनी चाहिए। अतिक्रमण हटाओ अभियान के नाम पर लम्बे समय से चल रही कार्यवाहियों पर भी लगातार सवाल खडे हो रहे हैं कि प्रशासन द्वारा बिना नोटिस दिए पक्षपात पूर्ण और गैरकानूनी एवं मनमाने तरीके से कार्यवाही की जा रही है जिस कारण इस प्रकार की परिस्थितियां पैदा हो रही हैं हम सरकार से मांग करते हैं कि कोई भी कार्यवाही करने से पहले लोगों के पुनर्वास जनसुनवाई और मानवीय मूल्यों और न्यायालय के आदेशों का भी पूर्णतः पालन होना चाहिए। मलिक फार्म की घटना में 14 फरवरी की माननीय हाईकोर्ट में लगी है फिर जल्दबाजी में की गयी यह कार्यवाही कई सवाल खडे करती है।
बैठक में कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन प्रशासन मथुरादत्त जोशी, मुख्य प्रवक्ता गरीमा माहरा दसौनी, सीपीआई के समर भण्डारी, सीपीएम के राजेन्द्र सिंह नेगी, और सुरेन्द्र सिंह सजवाण, इंसानियत मंच के रवि चौपडा, वरिष्ठ पत्रकार त्रिलोचन भटट, सीपीएम माले के इन्द्रेश मेखुरी, आम आदमी पार्टी से उमा सिसोदिया, रविन्द्र सिंह आनन्द, महिला मंच से निर्मला बिष्ट और समाजवादी पार्टी के सुरेश यादव और सर्वोदय नेता शुक्ला, हरबीर सिंह कुश्वाह, कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट, याकुब सिद्धिकि, अमरजीत सिंह आदि ने भाग लिया।