नई दिल्ली। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि संसद से विधेयकों को जल्दबाजी में नहीं पारित किया जाना चाहिए। सरकार का यह रवैया ठीक नहीं है। इससे लोकतंत्र कमजोर होता है।
खड़गे ने गुरुवार को सदन में सेवानिवृत्त हो रहे सदस्यों के विदाई कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हमें दलगत राजनीति से परे होकर अच्छे कार्यों का सदन में समर्थन करना चाहिए। देश के लिए अच्छा कार्य करने वालों की सराहना होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मनमोहन सरकार के कार्यकाल में बहुत अच्छे काम हुए हैं। उसको भी स्वीकार किया जाना चाहिए।
खड़गे ने कहा कि उच्च सदन विविध विचारों की अभिव्यक्ति का सदन है। सदन के सभी सदस्यों ने मूल्यवान योगदान दिया है। ऐसे में उनके सुझावों का आदर होना चाहिए। किसी भी विधेयक को पारित करने से पहले सदन में विधिवत चर्चा होनी चाहिए। इस सरकार ने कई विधेयक जल्दबाजी में पास कर दिए। उसके परिणाम यह हुए कि विधेयकों को संशोधित करना पड़ा।
अपने संबोधन के दौरान सेवानृवित्त हो रहे सदस्यों की सुविधाओं पर ध्यान देने का मुद्दा भी खड़गे ने उठाया। उन्होंने कहा कि सारे सदस्य अमीर नहीं है। ऐसे में उनको समुचित भत्ता और सुविधा मिलनी चाहिए।