नई दिल्ली। केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने बुधवार को पंजाबी बाग (पश्चिम) में राष्ट्रीय भारतीय चिकित्सा प्रणाली आयोग (एनसीआईएसएम) के नए कार्यालय भवन का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर अपने संबोधन में सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि आज पूरी दुनिया आयुष चिकित्सा प्रणाली की ताकत को पहचान चुकी है। उन्होंने कहा कि भारत की पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों की वैश्विक स्वीकार्यता से अब आयुष क्षेत्र से लोगों की अपेक्षाएं बढ़ी हैं। न केवल शिक्षा प्रणाली, बल्कि आयुष की स्वास्थ्य आपूर्ति, उत्पाद और सेवाएं भी दुनिया में सर्वश्रेष्ठ होनी चाहिए।
भारत सरकार के संपूर्ण सरकारी दृष्टिकोण की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए सोनोवाल ने कहा कि आयुष का यह दशक जबरदस्त विकास और सार्वजनिक स्वास्थ्य वितरण में भारत की पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों को शामिल करने का है। साल 2014 में आयुष मंत्रालय के गठन के बाद आयुष क्षेत्र में बहुत कुछ बदल गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और दूरदर्शी दृष्टिकोण के तहत आयुष अभूतपूर्व तरीके से फल-फूल रहा है और पूरी दुनिया ने अब आयुष चिकित्सा प्रणालियों की शक्ति, प्रभावकारिता और समावेशी प्रकृति को पहचान लिया है।
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ने अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन में “पदम श्री और पदम भूषण वैद्य देवेंद्र त्रिगुण सदन” भवन का भी उद्घाटन किया और आरएवी गुरु, वैद्य ताराचंद शर्मा द्वारा लिखित ‘आयुर्वेद कृतत्व परिचय कोष’ नामक पुस्तक का विमोचन किया।