मुंबई। पश्चिम रेलवे की विशेष सतर्कता टीम ने रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर 300 लोगों से 21 करोड़ की ठगी करने के आरोप में प्रसाद रोहीदास को गिरफ्तार कर लिया है। सतर्कता टीम इस ठगी गिरोह में शामिल अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है।
दरअसल, पश्चिम रेलवे पुलिस को रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर युवकों को झांसा देकर ठगी किए जाने की गोपनीय जानकारी मिली थी। इस पर पश्चिम रेलवे की सतर्कता टीम पिछले 3 महीने से इस रैकेट को खोज रही थी। सतर्कता टीम ने जाल बिछाया और दो लोगों को नौकरी के नाम पर संपर्क करने के लिए कहा। इसके बाद जब गिरोह ने दोनों से नौकरी देने के नाम पर पैसे की मांग की तो उसे मुंबई सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर बुलाया गया। जैसे ही वह मुंबई सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर पैसे लेने पहुंचा तो पहले से ही मौके पर मौजूद पश्चिम रेलवे के सतर्कता टीम ने प्रसाद रोहीदास को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस की जांच में पता चला है कि प्रसाद रोहीदास ने तकरीबन 300 से ज्यादा अभ्यर्थियों से करीब 21 करोड़ रुपये की ठगी की है। उसके मोबाइल की छानबीन करने पर पता चला कि उसने 180 लोगों के नंबर ब्लाक कर दिया है, जो उससे नौकरी न मिलने पर पैसे मांग रहे थे। पश्चिम रेलवे की सतर्कता टीम इस गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों की सरगर्मी से तलाश कर रही है।