चंडीगढ़। पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए शनिवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा सौंप दिया।
पुरोहित ने अपने त्याग पत्र में लिखा, “ व्यक्तिगत कारणों और कुछ अन्य प्रतिबद्धताओं की वजह से, मैं पंजाब के राज्यपाल और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासक के पद से इस्तीफा दे रहा हूं। कृपया इसे स्वीकार करें।”
पुरोहित ने शुक्रवार को यहां केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। उनकी मुलाकात चंडीगढ़ महापौर चुनाव में भाजपा की जीत के कुछ दिनों बाद हुई थी। महापौर चुनाव में तीनों पदों पर भाजपा को जीत मिली है। इन चुनावों में कांग्रेस- आम आदमी पार्टी गठबंधन को झटका लगा और उसने पीठासीन अधिकारी पर मतपत्रों के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाया है।
बुधवार को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय की पीठ ने आम आदमी पार्टी (आप) को अंतरिम राहत देने से इनकार कर दिया था। पार्टी ने अदालत के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश की देखरेख में दोबारा चुनाव कराने की मांग की थी।
उच्चतम न्यायालय ने उच्च न्यायालय के आदेश को चुनौती देने वाली याचिका पर तत्काल सुनवाई के ‘आप’ पार्षद के अनुरोध पर विचार करने के लिए शुक्रवार को सहमति जताई थी। पुरोहित का अतीत में विभिन्न मुद्दों पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ टकराव रहा है।