कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड ‘विकसित भारत’ और ‘भारत-लोकतंत्र की मातृका’ थीम के साथ महिला केंद्रित होगी
नई दिल्ली। इस बार कर्तव्य पथ पर 75वीं गणतंत्र दिवस परेड ‘विकसित भारत’ और ‘भारत-लोकतंत्र की मातृका’ थीम के साथ महिला केंद्रित होगी। परेड की शुरुआत 100 महिला कलाकार भारतीय संगीत वाद्य यंत्र बजाते हुए करेंगी। महिलाओं की मार्चिंग टुकड़ियां परेड का प्रमुख हिस्सा होंगी। इसके अलावा देश की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता, एकता और प्रगति को दर्शाते हुए राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) और केंद्रीय मंत्रालयों की झांकियां परेड का हिस्सा होंगी।
कर्तव्य पथ पर निकलने वाली परेड के बारे में आधिकारिक रूप से जानकारी देने के लिए शुक्रवार को रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने ने नई दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि परेड में पहली बार महिलाओं की त्रि-सेवा टुकड़ी भी कर्तव्य पथ पर मार्च करती हुई दिखाई देगी। सीएपीएफ की टुकड़ियों में महिला कर्मी भी शामिल होंगी। रक्षा सचिव ने कहा कि इस साल की गणतंत्र दिवस परेड में महिलाओं का सर्वश्रेष्ठ प्रतिनिधित्व देखने को मिलेगा। परेड सुबह साढ़े दस बजे शुरू होगी और 90 मिनट तक चलेगी। कर्तव्य पथ पर बैठने की क्षमता 77 हजार है, जिसमें से 42 हजार सीटें आम जनता के लिए आरक्षित हैं।
गिरिधर अरमाने ने कहा कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन इस वर्ष के गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि होंगे। परेड में फ्रांस का 95 सदस्यीय मार्चिंग दस्ता और 33 सदस्यीय बैंड दस्ता भी हिस्सा लेगा। फ्लाई-पास्ट में भारतीय वायु सेना के विमानों के साथ-साथ एक मल्टी रोल टैंकर ट्रांसपोर्ट विमान और फ्रांसीसी वायु सेना के दो राफेल विमान भाग लेंगे। इस वर्ष परेड देखने के लिए लगभग 13 हजार विशेष अतिथियों को भी आमंत्रित किया गया है। रक्षा सचिव ने कहा कि इसका उद्देश्य सरकार के जन भागीदारी के दृष्टिकोण के अनुरूप जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों को राष्ट्रीय उत्सव में भाग लेने का अवसर प्रदान करना है।
उन्होंने कहा कि परेड के दौरान 16 राज्यों, केंद्र शासित प्रदेश और नौ मंत्रालयों की झांकियां कर्तव्य पथ पर चलेंगी। इनमें अरुणाचल प्रदेश, हरियाणा, मणिपुर, मध्य प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, राजस्थान, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, लद्दाख, तमिलनाडु, गुजरात, मेघालय, झारखंड, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना की झांकियां होंगी। इसके अलावा गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय, संस्कृति मंत्रालय, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो), वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान केंद्र ( सीएसआईआर), भारत निर्वाचन आयोग और केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) की भी झांकियां होंगी।
रक्षा सचिव ने बताया कि गणतंत्र दिवस के समापन को चिह्नित करने वाले बीटिंग रिट्रीट समारोह में 29 जनवरी को विजय चौक पर सभी भारतीय धुनें बजेंगी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विशिष्ट दर्शकों के सामने भारतीय सेना, भारतीय नौसेना, भारतीय वायुसेना, सीएपीएफ के बैंड धुनें बजाएंगे। रक्षा सचिव ने कहा कि गणतंत्र दिवस पर एक ऑनलाइन प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है, जिसमें लोग सैनिकों के बलिदान और देशभक्ति को उजागर करते हुए भारतीय धुनें बजा सकते हैं। MyGov पर अपलोड की जाने वाली शीर्ष प्रविष्टियों को पुरस्कार दिया जाएगा।