गणतंत्र दिवस परेड में 144 युवा पुरुष और महिलाएं कंधे से कंधा मिलाकर मार्च करेंगे
संगीतकार एम एंटनी राज के नेतृत्व में भारतीय नौसेना बैंड बजाएगा शानदार मार्शल धुनें
नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस परेड में इस बार भारतीय नौसेना राष्ट्रीय सुरक्षा, आत्मनिर्भरता और नारी शक्ति के प्रति अटूट प्रतिबद्धता का प्रदर्शन करेगी। खुद को युद्ध के लिए तैयार, विश्वसनीय, एकजुट और भविष्य प्रतिरोधी बल दिखाते हुए नौसेना परेड में देश की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता, सैन्य कौशल और तकनीकी प्रगति को भी दिखाएगी। नौसेना की झांकी समुद्री सीमाओं की रक्षा करने के साथ आत्मनिर्भरता और महिला सशक्तीकरण को दर्शाएगी।
गणतंत्र दिवस परेड में भारतीय नौसेना के मार्चिंग दस्ते और शामिल होने वाली झांकी का प्रेस पूर्वावलोकन बुधवार को कोटा हाउस में किया गया। वाइस एडमिरल गुरचरण सिंह ने परेड में शामिल होने वाले मार्चिंग दस्ते, प्लाटून, झांकी कमांडर और बैंड के बारे में जानकारी दी। इस बार मार्चिंग दल में भाग लेने वाले नौसैनिक दल में 144 युवा पुरुष और महिलाएं शामिल होंगे, जो कंधे से कंधा मिलाकर ऐतिहासिक कर्तव्य पथ पर मार्च करेंगे। दल का नेतृत्व आकस्मिक कमांडर के रूप में लेफ्टिनेंट प्रज्वल और प्लाटून कमांडर के रूप में लेफ्टिनेंट मुदिता गोयल, लेफ्टिनेंट शरवानी सुप्रिया और लेफ्टिनेंट देविका एच करेंगे।
आकस्मिक कमांडर लेफ्टिनेंट प्रज्वल ने कहा, “भारतीय नौसेना दल की भागीदारी केवल सैन्य शक्ति का प्रदर्शन नहीं है, बल्कि यह हमारे देश के हितों की रक्षा, आत्मनिर्भरता और लैंगिक तटस्थता के प्रति प्रतिबद्धता का संकल्प है। इस वर्ष की हमारी झांकी नौसेना की ऐसी कहानी को दर्शाती है, जो न केवल समुद्री सीमाओं की रक्षा कर रही है, बल्कि आत्मनिर्भरता और महिला सशक्तीकरण को दर्शाती है। झांकी का केंद्रीय विषय ‘आत्मनिर्भरता’ के इर्द-गिर्द घूमता है। झांकी के मुख्य भाग में देश के पहले स्वदेशी विमानवाहक आईएनएस विक्रांत के जरिये स्वदेशीकरण के माध्यम से महासागरों में समुद्री शक्ति को दर्शाया गया है। झांकी के सामने वाले हिस्से में नारी शक्ति को दर्शाया गया है, जो भारतीय नौसेना में सभी रैंकों और सभी भूमिकाओं में महिलाओं की भूमिका के विस्तार पर जोर देता है।”
झांकी में पहले पूर्ण स्वदेशी कैरियर बैटल ग्रुप को दर्शाया गया है, जिसमें एयरक्राफ्ट कैरियर विक्रांत, उसके अत्यधिक सक्षम एस्कॉर्ट जहाज दिल्ली, कोलकाता और शिवालिक, लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट और एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर, कलवरी क्लास सबमरीन और जीएसएटी -7, रुक्मणी सैटेलाइट शामिल हैं। इस झांकी को भारत में डिजाइन और निर्मित किया गया है, जो जहाज निर्माण, एयरोस्पेस, मिसाइल और रॉकेट प्रौद्योगिकियों में भारत की बढ़ती शक्ति को उजागर करता है। झांकी के कमांडर लेफ्टिनेंट कमांडर भोपे जुई मिलिंद और लेफ्टिनेंट कमांडर नितीश केएस हैं।