लाहौर। जैश अल-अदल आतंकवादी समूह से जुड़े दो ठिकानों को निशाना बनाए जाने के ईरान के दावों के मद्देनजर पाकिस्तान ने पड़ोसी देश द्वारा उसके ‘हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किए जाने’ की कड़ी निंदा की और चेतावनी दी कि इस प्रकार के कदमों का ‘गंभीर परिणाम’ हो सकता है।
देश के सरकारी मीडिया के अनुसार, ईरान ने मंगलवार को पाकिस्तान में ‘आतंकवादी समूह के ठिकानों को निशाना बनाते हुए’ हमले किए। पश्चिम एशिया में हमास और इजराइल के युद्ध के कारण में पहले से ही स्थिति तनावपूर्ण है, ऐसे में ईरान के इन हमलों ने चिंता और बढ़ा दी है। पाकिस्तान में यह हमला ईरान द्वारा इराक और सीरिया में इसी तरह के हमले किए जाने के एक दिन बाद किया गया है।
पाकिस्तान ने ‘अपनी संप्रभुता के इस उल्लंघन’ की कड़ी निंदा करने के लिए ईरान के प्रभारी राजदूत को विदेश मंत्रालय में तलब किया। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने बयान जारी कर ईरान के इस कृत्य को उसके ‘हवाई क्षेत्र का अकारण उल्लंघन’ बताया है। रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान ने आतंकी समूह के ठिकानों पर मिसाइलों और ड्रोन से हमला किया।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने उस स्थान का उल्लेख नहीं किया जहां यह हमला हुआ लेकिन ऐसा संदेह है कि ये ठिकाने बलूचिस्तान में थे। पाकिस्तान के अनुसार, इस हमले में दो बच्चों की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने कहा, ‘‘पाकिस्तान अपनी संप्रभुता के उल्लंघन का कड़ा विरोध करता है। यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।’’ जैश अल-अदल सुन्नी आतंकवादी समूह है जो मुख्यत: पाकिस्तान से अपनी गतिविधियों को अंजाम देता है।