पटना। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के महासचिव डी राजा ने मंगलवार को कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के “शीर्ष नेताओं” में से एक हैं। राजा ने हालांकि जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के अध्यक्ष नीतीश कुमार को ‘इंडिया’ गठबंधन में “बड़ी भूमिका” दिए जाने पर विचार करने के बारे में पूछे गए सवालों को टाल दिया।
उन्होंने यहां संवाददाता सम्मेलन में 1990 के दशक में ‘मोर्चा’ सरकार की स्थापना की ओर इशारा करते हुए इस बात पर जोर दिया कि ‘इंडिया’ गठबंधन “लोकसभा चुनाव जीतने के बाद” प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा करने के पक्ष में है। डी राजा ने सोमवार की शाम नीतीश कुमार से मुलाकात की थी।
यह पूछे जाने पर कि नीतीश कुमार को “संयोजक” घोषित किया जाना क्या ‘इंडिया’ गठबंधन के लिए बेहतर होगा, भाकपा नेता ने कहा, “यह एक धारणा है, लेकिन मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि ऐसा नहीं करने से गठबंधन में कोई बाधा नहीं आने वाली है।” राजा ने कहा, “नीतीश कुमार निस्संदेह इंडिया गठबंधन में हमारे शीर्ष नेताओं में से एक हैं।
वह बहुत अनुभवी हैं।” ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक दलों के बीच सीट बंटवारे के बारे में पूछे जाने पर राजा ने कहा, “हमारी पार्टी (भाकपा) बिहार और देश के बाकी हिस्सों में एक बड़ी ताकत है। लेकिन जब हम बातचीत के लिए बैठेंगे तो हमारा जोर उस समझौते पर होगा जिसमें सभी साझेदारों को अच्छी तरह से समायोजित किया गया हो और जो हमारी जीत सुनिश्चित करता हो।”
उन्होंने दावा किया कि जब उन्होंने नीतीश कुमार से मुलाकात की तथा राजद नेता और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ टेलीफोन पर बातचीत की, तो उन्होंने भी इसी बात पर जोर दिया। जदयू नेताओं के सीट-बंटवारे के फार्मूले को जल्द अंतिम रूप देने की मांग पर राजा ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि हमें देर हो रही है। इस तरह की चीजों में कितनी तेजी आनी चाहिए, इसे मापने का कोई पैमाना नहीं है।
लेकिन हम सब कुछ सही समय पर तय कर लेंगे।” यह पूछे जाने पर कि क्या वह कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अगले सप्ताह शुरू होने वाली ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ में शामिल होंगे, भाकपा महासचिव ने कहा, “मैं पिछली भारत जोड़ो यात्रा के दौरान श्रीनगर में उनके साथ शामिल हुआ था। आमंत्रण मिलने पर मैं दोबारा शामिल हो सकता हूं।