देहरादून। भाकृअनुप- विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा में दि. 18.12.2023 को नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास), अल्मोड़ा की 21वीं बैठक का आयोजन संस्थान के निदेशक तथा नराकास के अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मी कान्त की अध्यक्षता में किया गया।
इस बैठक के मुख्य अतिथि अजय कुमार चौधरी, सहायक निदेशक (कार्यान्वयन) राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, गाजियाबाद रहे। मुख्य अतिथि चौधरी ने सभी विभागों की छमाही रिपोर्ट की समीक्षा करते हुए सम्बन्धित विभागों को उनकी कमियों से अवगत कराया तथा उन्हें राजभाषा नियम का सही से अनुपालन करने हेतु अनुरोध किया।
हिन्दी के विभिन्न साफ्टवेयर के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि आज हिन्दी का प्रयोग हर क्षेत्र में काफी सरल हो गया है। अतः सभी सदस्य कार्यालय राजभाषा के नियमों का अनुपालन सरलता से कर सकते हैं। इस बैठक में अल्मोड़ा नगर के केन्द्रीय सरकार के विभागों, कार्यालयों, उपक्रमों, सशस्त्र बलों तथा राष्ट्रीयकृत बैंकों के अधिकारियों एवं प्रतिनिधियों ने सहभागिता की।
डॉ. निर्मल कुमार हेडाऊ, प्रभागाध्यक्ष, फसल सुधार ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए उन्हें कार्यक्रम की प्रस्तावना से अवगत कराया । तत्पश्चात सभी सदस्य कार्यालयों के प्रतिनिधियों द्वारा अपना परिचय दिया गया। इसके उपरान्त रेनू सनवाल, मुख्य तकनीकी अधिकारी एवं एवं सदस्य सचिव, नराकास द्वारा नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति की पिछली बैठक के बिन्दुओं पर की गई कार्यवाही प्रस्तुत की गयी तथा राजभाषा वार्षिक कार्यक्रम 2023-24 के बारे में अवगत कराया गया। नराकास के अध्यक्ष एवं संस्थान के निदेशक डॉ. लक्ष्मी कान्त ने सभी नराकास के सदस्यों का स्वागत एवं आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ये अत्यन्त हर्ष का विषय है कि इस कार्यालय की अध्यक्षता के अन्तर्गत आने वाले सभी सदस्य कार्यालयों का राजभाषा विभाग की बेवसाइट पर पंजीकरण हो चुका है। उन्होंने कहा कि प्रस्तुतीकरण के माध्यम से छमाही रिपोर्ट दर्शाने में उत्तरोत्तर सुधार होता जा रहा है। सभी सदस्य कार्यालयों का आहवाह्न करते हुए उन्होंने कहा कि आज तकनीकी का युग है। अतः हम राजभाषा की प्रगति हेतु इस तकनीकी क्षेत्रों में भी इसकी प्रगति हेतु प्रयास करें ताकि प्रयास से प्रदर्शन की उत्कृष्टता बढ़े। उन्होंने कहा कि हम भारत सरकार में सेवारत है अतः हमें राजभाषा अधिनियम के अन्तर्गत आने वाली सभी नियमों को अनुपालन करना चाहिए ताकि संसदीय समिति के निरीक्षण के दौरान उन्हें किसी प्रकार कठिनाई ना हो।
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न कार्यालयों नामतः भाकृअनुप-वि.प.कृ.अनु.सं. अल्मोड़ा, क्षेत्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान, रानीखेत, गोविन्द बल्लभ पन्त हिमालयी पर्यावरण एवं सतत् विकास संस्थान कोसी- कटारमल, अल्मोड़ा, भारतीय स्टेट बैंक, अल्मोड़ा, इन्डियन मेडिसिन्स फार्मास्युटिकल कारपोरेशन लिमिटेड (भारत सरकार का उद्यम), मोहान, जिला – अल्मोड़ा, यूकों बैंक, अल्मोड़ा, यूनियन बैंक, अल्मोड़ा, पंजाब नेशनल बैंक, अल्मोड़ा, केन्द्रीय विद्यालय, रानीखेत, केन्द्रीय विद्यालय, अल्मोड़ा, भारत संचार निगम, अल्मोड़ा, एस.एस.बी, रानीखेत, राष्ट्रीय सांख्किीय कार्यालय, अल्मोड़ा से आये प्रतिनिधियों ने अपने कार्यालयों में हो रही हिन्दी प्रगति का संक्षिप्त प्रस्तुतीकरण दिया। कार्यक्रम का कुशल संचालन डॉ. कुशाग्रा जोशी, वरिष्ठ वैज्ञानिक द्वारा किया गया तथा धन्यवाद प्रस्ताव डॉ. ब्रज मोहन पाण्डे, प्रभागाध्यक्ष, फसल उत्पादन द्वारा ज्ञापित किया गया। इस अवसर पर संस्थान राजभाषा समिति के सदस्य रवीन्द्र सिंह नेगी, श्रीमती राधिका आर्या एवं ललित मोहन तिवारी भी उपस्थित थे।