नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO ) की चंद्रयान-3 के प्रोपल्शन मॉड्यूल को चंद्रमा से पृथ्वी की ओर लाने में सफलता मिलने को बुधवार को एक प्रौद्योगिकी उपलब्धि करार दिया।
उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “बधाई इसरो। 2040 तक चंद्रमा पर एक भारतीय को भेजने के हमारे लक्ष्य सहित हमारे भविष्य के अंतरिक्ष प्रयासों में एक और प्रौद्योगिकी मील का पत्थर हासिल किया गया है।
इसरो ने मंगलवार को इस अभियान को एक अनूठा प्रयोग बताया था। चंद्रमा की कक्षा में एक महीने तक सेवा देने के बाद प्रोपल्शन मॉड्यूल में लगभग 100 किलोग्राम ईंधन बचा रह गया था। पृथ्वी की कक्षा में लाकर अब उसका उपयोग भविष्य के चंद्र अभियानों के लिए किया जा सकेगा।