नयी दिल्ली। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन ( DRDO) की रक्षा प्रयोगशाला ने एक रडार अवशोषक पेंट विकसित ( Develops) किया है जो सैन्य विमानों को अपने रडार हस्ताक्षर को कम करने में मदद करेगा, जिससे उन्हें दुश्मन के रडार के खिलाफ अधिक से अधिक चुपके विकसित करने में मदद मिलेगी। कथित तौर पर पेंट का इस्तेमाल डीआरडीओ के अपने विमानों और अन्य प्लेटफार्मों पर किया जाएगा। एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, रडार एब्जॉर्बिंग पेंट के विकास के पीछे रक्षा प्रयोगशाला टीम के नेता डॉ नागराजन ने कहा कि स्वदेशी रूप से विकसित पेंट का उपयोग अब तक मिग -29 लड़ाकू जेट सहित भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) के प्लेटफार्मों पर किया गया है और परिणामों को उत्साहजनक बताया है।
सबसे खास बात यह है कि यह पेंट रडार की किरणों को इस तरह सोख लेगा कि पता ही नहीं चलेगा कि यह कौन सा विमान है। यह पेंट फाइटर प्लेन को पूरी तरह से बदल देगा। इससे युद्ध की स्थिति में लड़ाकू विमान की पहचान नहीं हो सकेगी. इसका इस्तेमाल मिसाइलों में भी किया जा सकता है। इससे दुश्मन यह पहचानने में असमर्थ हो जाएगा कि उसकी ओर क्या आ रहा है।