नयी दिल्ली। लाल सागर में जहाज को हूती विद्रोहियों ने हाईजैक ( Hijacked) कर लिया है। क्रू मेंबर्स के साथ जहाज पर करीब 25 लोग सवार थे। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) ने इसे ईरान की साजिश बताया है। बताया जा रहा है कि ये जहाज तुर्की से भारत जा रहा था और तभी इस ब्रिटिश कार्गो शिप को हाईजैक करने की घटना सामने आई है। हूती विद्रोहियों ( Houthi rebels) पर आरोप लगा है कि उन्होंने इस जहाज को लाल सागर से हाईजैक किया है। इजरायल ने इस घटना को अंतरराष्ट्रीय समुद्री सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए आतंकवाद का ईरानी कृत्य बताया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जहाज एक ब्रिटिश कंपनी के तहत पंजीकृत है और इसका आंशिक स्वामित्व एक इजरायली व्यवसायी के पास है। जहाज पर बहामन का ध्वज है और यह एक जापानी कंपनी को पट्टे पर दिया गया है। जब यह अरब प्रायद्वीप से होकर भारत की ओर बढ़ रहा था तो इसे रोक लिया गया। माना जाता है कि यह जहाज़ गैलेक्सी लीडर है। इज़राइल रक्षा बल (आईडीएफ) ने कहा है कि जहाज पर इज़राइल का कोई नागरिक नहीं था और जहाज के इज़राइली होने से इनकार किया, लेकिन इसे गंभीर घटना बताया।
इजराइल पर हाल ही में तेहरान के सहयोगी हौथिस ने गाजा पट्टी में फिलिस्तीनी हमास आतंकवादियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए लंबी दूरी की मिसाइलें और ड्रोन हमले शुरू किए हैं। पिछले हफ्ते, हूती नेता ने कहा था कि उनकी सेनाएं इजरायल पर और हमले करेंगी और वे लाल सागर और बाब अल-मंडेब जलडमरूमध्य में इजरायली जहाजों को निशाना बना सकते हैं। सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक बयान में आईडीएफ ने कहा कि दक्षिणी लाल सागर में यमन के पास हूती द्वारा एक मालवाहक जहाज का अपहरण वैश्विक परिणाम की एक बहुत गंभीर घटना है।