कोरबा। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ( CPI(M)) के जिला सचिव और राज्य समिति सदस्य प्रशांत झा (Prashant Jha) ने आज दूरदर्शन प्रसारण में कटघोरा विधानसभा में माकपा को कांग्रेस-भाजपा ( Congress- BjP ) का राजनैतिक विकल्प बताते हुए जवाहर सिंह कंवर को विजयी बनाने की अपील की। इसके साथ ही उन्होंने छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों में एक धर्मनिरपेक्ष सरकार के गठन के लिए भाजपा की हार को भी सुनिश्चित करने का आह्वान किया है।
माकपा की ओर से दूरदर्शन पर आम जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कोरबा में माकपा भू-विस्थापितों के अधिकारों के लिए, विशेषकर उनके पुनर्वास और रोजगार की मांग पर लंबे समय से संघर्ष कर रही है। भू विस्थापितों को न्याय देने के लिए जरूरी है कि उनकी अधिग्रहित भूमि मूल किसानों को लौटाया जाए और विस्थापितों को जिस जमीन पर बसाया गया है, पूर्ण मानवीय सुविधाओं के साथ उसका विकास किया जाना चाहिए और वहां के रहवासियों को पट्टे दिए जायें। उन्होंने कहा कि रोजगार देने संबंधी एसईसीएल के किसान विरोधी प्रावधानों को बदला जाना जरूरी है और प्रत्येक छोटे-बड़े खातेदारों के लिए रोजगार सुनिश्चित किया जाना चाहिए। माकपा नेता ने कहा कि चूंकि जमीन अधिग्रहण का काम राज्य सरकार करती है, इसलिए सार्वजनिक क्षेत्र अपने सामाजिक उत्तरदायित्वों को पूरा करती है कि नहीं, यह देखना राज्य सरकार ( state government) का काम है। लेकिन कांग्रेस और भाजपा, किसी भी सरकार ने इस जिम्मेदारी को निभाया नहीं है।
झा ने अपने संबोधन में आरोप लगाया कि भाजपा ने पिछले पांच सालों में हमारे शांतिप्रिय छत्तीसगढ़ में सामाजिक सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश की है। प्रदेश की जनता को केंद्र की भाजपा राज की नीतियों से उपजे दुष्परिणामों को सहना पड़ रहा है, क्योंकि केंद्र सरकार की नीति राज्य की गरीब जनता को तंग करने वाली रही है। उन्होंने कहा कि बालको जैसे प्रतिष्ठित सार्वजनिक उद्योग को एक पूंजीपति को बेचने का कलंक भी भाजपा के ही माथे पर है। वन संरक्षण कानून और आदिवासी वनाधिकार कानून को केंद्र के स्तर पर ही कमजोर किया जा रहा है, ताकि यहां के संसाधनों को कॉर्पोरेटों को सौंपा जा सके। इससे आदिवासियों का जीवन ही खतरे में पड़ गया है।
माकपा नेता ने कहा कि भाजपा का इस देश के संविधान तथा संवैधानिक मूल्यों, लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता पर विश्वास नहीं है। वह हमारे धर्मनिरपेक्ष देश को हिंदू राष्ट्र में बदलना चाहती है। इसलिए केंद्र और राज्य में उसका सत्ता में आना खतरनाक है। यह देश के भविष्य को ही चौपट कर देगा। उन्होंने कहा कि सत्ता में आने के लिए भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में जिन कथित गारंटियों की घोषणा की है, वे केवल चुनावी छलावा है। उसकी किसी भी गारंटी पर आम जनता कोई भरोसा नहीं कर सकती।
अपने संबोधन में उन्होंने कांग्रेस पर भी हमला किया है और कहा है कि आम जनता की अपेक्षाओं पर कांग्रेस भी खरी नहीं उतरी है। भाजपा राज में आदिवासियों पर हुई हिंसा के लिए जिम्मेदारों पर कार्यवाही करने के मामले में वह विफल साबित हुई है। वनाधिकार कानून का क्रियान्वयन निराशाजनक है और पेसा के नियमों को इस प्रकार बनाया गया है कि वह मूल कानून की भावना के खिलाफ ही हो गया है।
माकपा नेता ने कहा कि कोरबा जिले में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी कांग्रेस और भाजपा दोनों पार्टियों का राजनैतिक विकल्प है। आम जनता की समस्याओं पर उसने संघर्ष किया है, उनके सुख दुख में साथ रही है। अपने संघर्षों के बल पर कटघोरा विधानसभा क्षेत्र में माकपा आपसे वोट पाने का अधिकार रखती है। विधानसभा में जवाहर सिंह कंवर की उपस्थिति से पूरे छत्तीसगढ़ में आम जनता की जायज मांगों पर हो रहे संघर्षों को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी तथा लोकतंत्र, संविधान और आदिवासी अधिकारों के पक्ष में तथा छत्तीसगढ़ के संसाधनों की कॉर्पोरेट लूट के खिलाफ आवाज बुलंद होगी।