सिवनी(मप्र)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने रविवार को विपक्षी पार्टी कांग्रेस( congress) पर निशाना साधते हुए कहा कि उसके दो वरिष्ठ नेता मध्य प्रदेश में अपने बेटों को स्थापित करने और राज्य में पार्टी संगठन पर कब्जा करने के लिए लड़ रहे हैं।
कांग्रेस की मध्य प्रदेश(MP) इकाई के प्रमुख कमलनाथ हाल में वायरल हुए अपने एक वीडियो में पार्टी कार्यकर्ताओं को यह कहते देखे जा सकते हैं कि शिवपुरी से एक नेता को टिकट देने से इनकार करने को लेकर उनके सहकर्मी दिग्विजय सिंह के कपड़ें फाड़ दें। इससे, चुनाव के लिए प्रत्याशियों के चयन को लेकर पार्टी में दरार पड़ने की अटकलें लगाई जाने लगी।
हालांकि, दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों ने इस प्रकरण को तवज्जो नहीं देने की कोशिश की और 17 नवंबर के विधानसभा चुनाव से पहले अपनी एकजुटता प्रदर्शित की है। राज्य विधानसभा चुनावों से पहले, मप्र के सिवनी जिले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि आजादी के बाद देश में पांच-छह दशकों तक सत्ता में रहने के बावजूद कांग्रेस ने आदिवासी समुदाय के कल्याण के लिए कुछ नहीं किया।
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उसके दो बड़े नेता अपने बेटों को स्थापित करने और राज्य में पार्टी संगठन पर कब्जा करने के लिए लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा, ”राज्य में कांग्रेस चुनाव नहीं लड़ रही, बल्कि उसके दो बड़े नेता एक-दूसरे से लड़ रहे हैं।”
मोदी ने कहा, ‘‘कोविड-19 के गंभीर संकट के दौरान, एकमात्र चीज जो मुझे परेशान कर रही थी, वह यह थी कि जब सब कुछ बंद है तो गरीब लोग अपने बच्चों को भोजन कैसे उपलब्ध कराएंगे। वे काम करने अपने घरों से बाहर नहीं जा सकते थे और इसलिए, मैंने किसी भी स्थिति में देश के लोगों को बचाने के लिए लड़ने का निर्णय लिया।”
उन्होंने कहा, ”इस संकल्प के परिणामस्वरूप, मैंने 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन उपलब्ध कराने का निर्णय लिया, ताकि उनके बच्चों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के माध्यम से भोजन मिल सके।” मोदी ने कहा कि चूंकि वह (मोदी) भी एक गरीब परिवार से आते हैं और इन लोगों को होने वाली समस्याओं को समझते हैं, इसलिए उनकी सरकार ने मुफ्त राशन मुहैया करने की योजना को अगले पांच वर्षों तक बढ़ाने का फैसला किया है।
उन्होंने कहा, ”कांग्रेस शासन के दौरान लाखों-करोड़ों रुपये के घोटाले हुए, लेकिन भाजपा सरकार के दौरान ऐसा कुछ नहीं हुआ और इस तरह बचाया गया पैसा गरीब लोगों को मुफ्त राशन उपलब्ध कराने पर खर्च किया जा रहा है।” कांग्रेस की आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पार्टी ने पांच-छह दशकों तक सत्ता में रहने के बावजूद आदिवासी समुदाय के कल्याण के लिए कुछ नहीं किया।
मोदी ने कहा कि जब तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में भाजपा सत्ता में आई, तो देश में पहली बार आदिवासियों के कल्याण के लिए एक अलग मंत्रालय का गठन किया गया। देश में मोबाइल फोन की बड़े पैमाने पर उपलब्धता का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि उनकी सरकार की नीतियों और लोगों के लिए बड़ी बचत सुनिश्चित करने से देश में मोबाइल फोन के साथ-साथ डाटा सेवाएं भी सस्ती हैं।
उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस सत्ता में होती, तो मोबाइल फोन और डाटा के लिए 300-400 रुपये का मासिक शुल्क 4,000-5,000 रुपये प्रति माह हो गया होता। मोदी ने यह भी कहा कि सरकार द्वारा स्थापित जन औषधि केंद्रों ने दवाओं पर 80 प्रतिशत की छूट दी और देश में गरीब लोगों के लगभग 25,000 करोड़ रुपये बचाए। उन्होंने कहा कि भारत में किसानों को 300 रुपये प्रति बोरी की दर से यूरिया (उवर्रक) मिल रहा है, जो अमेरिका में इसकी बोरी से 10 गुना कम कीमत है।