वाशिंगटन। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा (U.S. House of Representatives) ने हमास के साथ युद्ध कर रहे इजराइल को 14.5 अरब डॉलर की सैन्य सहायता मुहैया कराए जाने की मंजूरी दी। यह मंजूरी हमास के साथ इस युद्ध में इजराइल के प्रति अमेरिका के व्यापक समर्थन को दर्शाती है, लेकिन इसके कारण सदन के नए स्पीकर माइक जॉनसन का दलगत रुख भी देखने को मिला जो डेमोक्रेटिक पार्टी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ( President Joe Biden)के लिए सीधी चुनौती बन गया।
जॉनसन ने तय नियमों से परे जाते हुए ऐसे रिपब्लिकन पैकेज की वकालत की, जिसमें आपात सहायता देने के लिए अन्य सरकारी खर्चों में कमी करने की बात की गई है। इसने सदन में रिपब्लिकन पार्टी ( Republican Party) के नए रूढ़ीवादी नेतृत्व को स्थापित किया, लेकिन जिस विधेयक को आमतौर पर दोनों दल का समर्थन मिलने की संभावना थी, उसे लेकर डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन सांसद बंट गए। बाइडन ने कहा है कि वह इस विधेयक को लेकर वीटो का इस्तेमाल करेंगे। डेमोक्रेटिक पार्टी का कहना है कि रिपब्लिकन पैकेज से इजराइल को मदद पहुंचाने में देरी होगी।
सीनेट में बहुमत के नेता चक शूमर ने कहा है कि ‘‘आश्चर्यजनक रूप से गैर गंभीर’’ विधेयक के सीनेट में पारित हो पाने की कोई संभावना नहीं है। युद्ध में इजराइल का समर्थन करने के लिए संसद में पहला महत्वपूर्ण विधायी प्रयास बाइडन के लगभग 106 अरब डॉलर के उस अनुरोध से बहुत कम है, जिसमें रूस के खिलाफ लड़ रहे यूक्रेन को मदद करने, चीन से निपटने के लिए अमेरिकी प्रयासों को आगे बढ़ाने और मेक्सिको के साथ लगती सीमा पर चुनौती से निपटने का भी प्रावधान किया गया था।
बाइडन ने रिपब्लिकन विधेयक के खिलाफ वीटो का इस्तेमाल करने की चेतावनी देते हुए कहा कि जॉनसन का दृष्टिकोण ‘‘इस समय की तत्काल आवश्यकता को पूरा करने में विफल रहा है’’ तथा आपातकालीन राशि के लिए कहीं और कटौती करने से एक खतरनाक मिसाल कायम होगी। विधेयक में इजराइल के लिए उतनी ही राशि देने की बात की गई है, जितनी रकम का बाइडन ने अनुरोध किया था, लेकिन अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिक निवास एवं कार्यालय ने कहा कि रिपब्लिकन योजना में गाजा के लिए मानवीय सहायता को शामिल नहीं करना एक ‘‘बड़ी गलती’’ है क्योंकि इससे संकट गहरा गया है।