कोच्चि। खुद को ईसाइयों के ‘यहोवा के साक्षी’ समूह का सदस्य बताने वाले एक व्यक्ति ने केरल के त्रिशूर जिले में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण( surrenders) कर दिया और रविवार सुबह यहां कलामासेरी में ईसाई धार्मिक सभा ( Christian religious gathering) में हुए कई विस्फोटों की जिम्मेदारी ली। पुलिस ने यह जानकारी दी।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP ) कानून एवं व्यवस्था एम आर अजित कुमार ने यहां संवाददाताओं को बताया कि विस्फोटों (Blasts) में एक महिला की मौत हो गई और 45 से अधिक लोग घायल हो गए, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है।
अधिकारी ने बताया कि उस व्यक्ति ने कोडकारा थाने में सुबह में आत्मसमर्पण किया और दावा किया कि उसने ही विस्फोट को अंजाम दिया। एडीजीपी ने कहा, “उस व्यक्ति का नाम डोमिनिक मार्टिन है। उसने अपने दावे के समर्थन में सबूत भी दिए। हम फिलहाल इसकी जांच कर रहे हैं।
हम उसके दावों और कृत्य को अंजाम देने के लिए बताए गए कारणों की भी जांच कर रहे हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि इस व्यक्ति ने खुद के ‘यहोवा के साक्षी’ ईसाई धार्मिक समूह का अनुयायी होने का भी दावा किया है।
इस समूह की स्थापना 19वीं शताब्दी में अमेरिका में हुई थी। पत्रकारों द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या यह घटना पुलिस की खुफिया विफलता का नतीजा है, एडीजीपी ने कहा कि पुलिस बल की सभी शाखाएं प्रभावी ढंग से काम कर रही थीं। इससे पहले, प्रदेश पुलिस प्रमुख शेख दरवेश साहेब ने तिरुवनंतपुरम में मीडिया को बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार विस्फोट आईईडी के कारण हुए। उन्होंने कहा, ‘‘हम इसकी जांच कर रहे हैं।