हांगझोऊ। चीन के हांगझोऊ में खेले जा रहे 19वे एशियाई खेलों ( Asian Games)में भारत का स्वर्णिम सफर जारी है। भारत ने शनिवार को न सिर्फ पदक तालिका में पहली बार 100 के पार पहुंचने का रिकार्ड बनाया बल्कि एशियाई खेलों में पहली बार बैडमिंटन का स्वर्ण पदक ( Gold Medal) अपने नाम किया।
बैडमिंटन के पुरुष युगल फाइनल में सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी ( Satwiksairaj Rankireddy) -चिराग शेट्टी (Chirag Shetty) ने दक्षिण कोरिया के चोई सोल्ग्यू और किम वोन्हू को 21-18, 21-16 से हराकर एशियाई खेलों में भारत के लिये पहला बैडमिंटन स्वर्ण पदक जीता।
ज्ञातव्य है कि इससे पहले भारत ने एशियाई खेलों की बैडमिंटन प्रतियोगिता में कभी स्वर्ण पदक नहीं जीता था। भारत की स्टार शटलर पीवी सिंधु ने जकार्ता 2018 एशियन गेम्स में महिला एकल स्पर्धा में रजत पदक जीता था।
दुनिया की तीसरे नंबर की भारतीय जोड़ी ने दक्षिण कोरियाई जोड़ी को 56 मिनट के खेल में 21-18, 21-16 से हरा कर ऐतिहासिक उपलब्धि अपने नाम कर ली।
चोई और किम ने भारत की शीर्ष वरीय जोड़ी का साहस के साथ मुकाबला किया। इस बीच सात्विक और चिराग ने कुछ अच्छे ड्रॉप शॉट, स्मैश और बैकहैंड शॉट लगाते हुए पहला गेम 29 मिनट का समय लेकर 21-18 से अपने नाम किया। दूसरा गेम भी बेहद रोमांचक रहा और दोनों ही टीमों ने लगातार बेहतरीन प्रयास किए लेकिन भारतीय खिलाड़ियों ( Indian players) ने विरोधी जोड़ी के ख़िलाफ़ ब्रेक तक 11-8 की बढ़त बनाए रखी।
भारतीय जोड़ी ने इसके बाद लगातार कई शानदार शॉट लगाते हुए विरोधी टीम को ग़लती करने के लिए मज़बूर किया। चोई सोल्ग्यू और किम वोन्हू ने ब्रेक के बाद अपने स्कोर में 8 अंक का इज़ाफ़ा ज़रूर किया लेकिन सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने भारत को ऐतिहासिक स्वर्ण पदक दिलाने के लिए दूसरे गेम को 21-16 से जीत लिया।