नयी दिल्ली। विश्व बैंक ( World Bank )ने नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान (Pakistan ) से वित्तीय स्थिरता हासिल करने के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया है। ड्राफ्ट पॉलिसी नोट्स का अनावरण करते हुए वाशिंगटन स्थित ऋणदाता ने कहा कि पाकिस्तान में गरीबी एक वर्ष के भीतर 34.2 प्रतिशत से बढ़कर 39.4 प्रतिशत हो गई, जिसमें 12.5 मिलियन से अधिक लोग गरीबी रेखा से नीचे आ गए। इसमें कहा गया है कि लगभग 95 मिलियन पाकिस्तानी अब गरीबी में रहते हैं। पाकिस्तान का आर्थिक मॉडल अब गरीबी कम नहीं कर रहा है, और जीवन स्तर समकक्ष देशों से पीछे हो गया है।
पाकिस्तान के लिए विश्व बैंक के प्रमुख देश अर्थशास्त्री टोबियास हक ने कहा कि वैश्विक ऋणदाता ने पाकिस्तान से वित्तीय सुरक्षा ( Financial Security) हासिल करने के लिए अपनी कृषि और अचल संपत्ति पर कर लगाने और फिजूल खर्चों में कटौती करने के लिए तत्काल कदम उठाने का भी आग्रह किया। विश्व बैंक ने कम मानव विकास, अस्थिर राजकोषीय स्थिति, अति-विनियमित निजी क्षेत्र, कृषि और ऊर्जा क्षेत्रों को अगली सरकार के लिए सुधारों के लिए प्राथमिकता वाले क्षेत्रों के रूप में पहचाना और उपायों का प्रस्ताव दिया- कर-से-जीडीपी अनुपात को तुरंत 5 प्रतिशत बढ़ाएं और व्यय में सकल घरेलू उत्पाद के लगभग 2.7 प्रतिशत की कटौती की गई।