देहरादून। आज डिफेंस कॉलोनी देहरादून निवासी सेवा निवृत्त ले. कमांडर बालकृष्ण जायसवाल (Balkrishna Jaiswal) , 95 वर्ष ने अंतिम सांस ली।
जायसवाल ने हिमालयन अस्पताल, जॉलीग्रांट को पहले ही अपना शरीर व आँखें मेडिकल शोध व अध्ययन के लिए दान देने का संकल्प किया था। उनकी इच्छानुसार परिजनों ने बालकृष्ण की पार्थिव देह अस्पताल को सौंपी।
इस अवसर पर डिफेंस कॉलोनी के सभी गणमान्य निवासियों, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, आरएसएस व अनेक सामाजिक संस्थाओं के अनेक कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में स्वर्गीय जायसवाल को उनके परिजनों ने भावभीनी बिदाई दी।
डिफेंस कॉलोनी ( Defence Colony) देहरादून निवासी जायसवाल के तीनों दामाद भारतीय सेनाओं में अधिकारी रहे। आपका नाती भी वर्तमान में मेजर के पद पर रहकर देश सेवा में रत है।
भारतीय नौसेना ( Indian Navy) से सेवा निवृत्ति के पश्चात RSS से पुनः जुड़े, 2 दशक तक अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद् के संगठन मंत्री के रुप में देश भर में प्रवास करके विचार को मजबूती प्रदान करते रहे। बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र होने के नाते महामना मदन मोहन मालवीय ट्रस्ट की देहरादून शाखा से भी जुड़े रहे। बालकृष्ण का जीवन लाखों सामाजिक कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणा बना रहेगा।