देहरादून। जमीअत उलेमा-ए-हिंद (Jamiat Ulema-e-Hind) देहरादून की और से जिले भर में अगले माह रबी उल-अव्वल (Twelve faithful) के मौके पर सीरत-उन्न-नबी के संदेश को आम जनमानस तक पहुंचाने को 30 कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे, साथ ही जमीअत देहरादून में आधुनिक सुविधाओं और उच्च गुणवत्ता वाले शिक्षण संस्थान खोलेगी। यह फैसला दारूल उलूम मौहम्मदिया कारगी में आयोजित जमीअत की माहाना बैठक में लिया गया।
बैठक जिला अध्यक्ष मुफ्ती रईस अहमद कासमी की अध्यक्षता में आयोजित की गई, जिस में निर्णय लिया गया कि पैगंबर मौहम्मद साहब के भलाई, शांती व अमन के संदेश और आप (स.) के जीवन को आमजनमानस तक पहुंचाने के लिये देहरादून शहर व ग्रामीण क्षेत्र में अगले माह 30 कार्यक्रम विभिन्न स्थानों पर आयोजित किये जाएंगे। इसके अलावा जमीअत उलेमा-ए-हिंद की जानिब से स्कूल कायम किए जाने पर सहमती बनी है, जिसके लिये एक कमेटी का गठन किया जाएगा, जो भूमि तलाश (search) करने, स्कूल स्थापित करने और मान्यता दिलाने आदि काा कार्य करेगी। साथ ही यह फैसला भी किया गया है कि जब तक स्कूल की स्थापना हो, तब तक जिले में स्थापित मदरसों में स्कूली शिक्षा का इंतजाम किया जाएगा, ताके हर गाव-मुहल्ले में स्कूली शिक्षा की व्यवस्था की जा सके।
इस मौके पर जमीअत के जिला अध्यक्ष मुफ्ती रईस अहमद कासमी, इस्लाहे मुआशरा कमेटी के जिला अध्यक्ष मौलाना अब्बास क़ासमी, जमीअत के प्रदेश सचिव मौलाना अब्दुल मन्नान, जिला महासचिव मौलाना इफ्तखार कासमी, मौहम्मद शाहनज़र, शहर अध्यक्ष मुफ्ती राशिद, जिला उपाध्यक्ष मास्टर अब्दुल सत्तार, मौलाना रिहान गनी, मुफ्ती नाजिम क़ासमी, मुफ्ती अयाज़ अहमद, मौलाना एहतशाम, मौलाना बुरहान रब्बानी कासमी, मौलाना हाशिम उमर, मुफ्ती ताहिर क़ासमी, बीएन क़ासमी, हाफिज आबिद, कारी रागिब मजाहिरी, कारी वसीम, कारी मुंतजिर, मौलाना मंजर, कारी मुकीम, कारी अब्दुस समद, कारी शहवेज, खुर्शीद अहमद, तौसीफ खान आदि मौजूद रहे।