विश्व चैंपियन बने एथलीट नीरज चोपड़ा

बुडापेस्ट। शीर्ष भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के 40 साल के इतिहास में भारत के लिए पहला स्वर्ण पदक जीत लिया है। नेशनल एथलेटिक्स सेंटर (NAC) में रविवार को हुए फाइनल में टोक्यो ओलंपिक चैंपियन नीरज ने 88.17 के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ विश्व चैंपियन का ताज अपने सिर सजाया। पहला थ्रो रद्द होने के बाद नीरज ने दूसरे ही प्रयास में जैवलिन को 88.17 मीटर की दूरी पर फेंक दिया। नीरज ने अपने अगले चार प्रयासों में क्रमशः 86.32, 84.64, 87.73 और 83.98 मीटर की दूरी तक भाला फैंका, लेकिन उनके दूसरे प्रयास के दम से भारत की झोली में स्वर्ण पदक आया। नीरज विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट हैं, जबकि पिछले साल उन्होंने यूजीन (Eugene) में आयोजित टूर्नामेंट में रजत पदक (Silver medal) हासिल किया था। नीरज के अलावा अंजू बॉबी जॉर्ज (महिला लंबी कूद कांस्य, 2003) विश्व चैंपियनशिप में भारत के लिये पदक जीतने वाली एकमात्र एथलीट हैं। नीरज ने इस जीत के बाद कहा, यह बहुत अच्छा था। ओलंपिक स्वर्ण के बाद मैं वास्तव में विश्व चैंपियनशिप जीतना चाहता था। मैं बस और आगे बढ़ना चाहता था। यह राष्ट्रीय टीम के लिए शानदार है लेकिन विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतना मेरा सपना था।

उन्होंने कहा, मुझे अपने देश के लिये एक और खिताब लाने पर गर्व है। मुझे नहीं लगता कि मैं यहां सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी हूं। मैं आज रात और बेहतर प्रदर्शन करना चाहता था। मैं आज रात 90 मीटर का निशान पार करना चाहता था। मैं आज शाम यह सब एक साथ नहीं कर सका, शायद अगली बार। नीरज के हमवतन किशोर जेना (84.77 मीटर) ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए पांचवां स्थान हासिल किया। डीपी मनू 84.14 मीटर की थ्रो के साथ छठे स्थान पर रहे। विश्व चैंपियनशिप की भाला फेंक प्रतियोगिता में पहली बार तीन भारतीय शीर्ष आठ में रहे हैं। नीरज अब भाला फेंक प्रतियोगिताओं में हर संभव बड़ा खिताब जीत चुके हैं। अपने ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप स्वर्ण और डायमंड लीग खिताब के अलावा नीरज एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप (2017), एशियाई खेल (2018) और राष्ट्रमंडल खेल (2018) चैंपियन भी हैं। उन्होंने विश्व जूनियर चैंपियनशिप (2016) में भी स्वर्ण जीता था।

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