नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में एक शिक्षिका द्वारा अपने अल्पसंख्यक समुदाय के एक लड़के को थप्पड़ मारने के मामले में राजनीति शुरू हो गई है। भाजपा ( BJP) ने सपा पर आरोप लगाया कि वह कथित घटना (issue) को ‘सांप्रदायिक मोड़’ दे रही है। भाजपा ने कहा कि विपक्षी दल को चाहिए कि वह कानून को अपना काम करने दे।
भाजपा की यह प्रतिक्रिया सपा (SP) के उस आरोप के बाद आई है जिसमें कहा गया है कि भाजपा और आरएसएस ( Rss) की ‘नफरत की राजनीति’ ने देश को ऐसे मोड़ पर ला दिया है, जहां एक शिक्षक अपने छात्रों से एक लड़के को उसके धर्म के आधार पर थप्पड़ मारने के लिए कह सकता है।
पार्टी मुजफ्फरनगर की घटना का जिक्र कर रही है, जिसका वीडियो प्रसारित हुआ है। वीडियो में कथित रूप से एक शिक्षक को सांप्रदायिक टिप्पणी ( Communal remarks) करते हुए और अपने छात्रों से मुस्लिम समुदाय के कक्षा दो के एक छात्र को थप्पड़ मारने के लिए कहते हुए दिखाया गया है।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, ‘‘सपा को हर मुद्दे को सांप्रदायिक मोड़ देने की आदत है। उन्होंने ऐसा पहले के एक मामले में किया था, जहां यह फर्जी खबर निकली थी। अबकी बार भी यह स्थापित हो गया है कि इसमें कोई सांप्रदायिक कोण नहीं था।
उन्होंने कहा, ‘‘जिन्होंने तुष्टीकरण की राजनीति के लिए आतंकवादियों को रिहा किया, राम भक्तों पर गोलीबारी का जश्न मनाया, 700 दंगे कराए, जिनमें हजारों मुस्लिम मारे गए, वे अब ऐसे मुद्दों पर भी अपना वोट बैंक कार्ड खेलने की कोशिश कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि कानून को अपना काम करने दीजिए। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी अपने एक पोस्ट में शिक्षिका को तुरंत प्रभाव से निष्कासित करने की मांग की है और आरोपी शिक्षिका को शिक्षक समाज पर एक धब्बा करार दिया है। मुजफ्फननगर पुलिस ने शनिवार को आरोपी शिक्षिका तृप्ता त्यागी पर मामला दर्ज किया। इस मामले में राज्य शिक्षा विभाग द्वारा विद्यालय को भी नोटिस भी दिया गया है।