तीन दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन

देहरादून। भाकृअनुप – विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोडा उत्तराखंड ने आई एफ एफ डी सी और नाबार्ड द्वारा प्रायोजित, 02-04 अगस्त 2023 तक उन्नत कृषि उत्पादन तकनिकी से आय वृद्धि पर तीन दिवसीय किसान प्रशिक्षण कार्यक्रम ( programme) का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में पिथौरागढ, नैनीताल, अल्मोड़ा सहित विभिन्न जिलों से 30 कृषकों ने प्रतिभाग किया। समापन कार्यक्रम का उद्घाटन भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद – विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोडा के निदेशक डॉ. लक्ष्मी कांत और कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बीआईएसए के प्रबंध निदेशक डॉ. अरुण कुमार जोशी ने कियो।

प्रशिक्षण का उद्देश्य किसानों को कृषि पद्धतियों, कृषि व्यवसाय नवाचारों और संबंधित समस्याओं की व्यापक समझ प्रदान करना था। कार्यक्रम में दलहन, सब्जियों और बागवानी फसलों की खेती तकनीक के साथ-साथ पौध संरक्षण रणनीतियों, कीटों और बीमारियों की पहचान जैसे विषयों को शामिल किया गया। प्रशिक्षण में कृषि व्यवसाय नवाचार और व्यावसायिक योजनाओं पर भी जोर दिया गया।

कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रियंका खाती, आशीष कुमार सिंह और महेंद्र सिंह भिंडा ने किया और इसमें फसल सुधार प्रभाग के प्रमुख डॉ. एन. के हेडाऊ, फसल सुरक्षा प्रभाग के प्रमुख डॉ. के. के मिश्रा, फसल उत्पादन प्रभाग के प्रमुख डॉ. बी. एम पांड,े पीएमई प्रभारी डॉ. जे. के. बिष्ट और प्रभारी सामाजिक विज्ञान अनुभाग डॉ. कुशाग्रा जोशी सहित विशिष्ट अतिथियों ने भाग लिया।

प्रशिक्षण कार्यक्रम को किसानों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली, जिन्होंने विभिन्न सत्रों के व्यावहारिक दृष्टिकोण की सराहना की। उन्होंने क्षेत्र के विशेषज्ञों के साथ सीखने और बातचीत करने का बहुमूल्य अवसर प्रदान करने के लिए आयोजकों और सुविधा प्रदाताओं के प्रति अपना आभार व्यक्त किया। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद – विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान अल्मोडा के निदेशक डॉ. लक्ष्मी कांत ने प्रशिक्षण कार्यक्रम के सफल समापन पर संतोष व्यक्त किया।

उन्होंने किसानों को प्रशिक्षण के दौरान सीखी गई तकनीकों को अपने खेतों में लागू करने और क्षेत्र के अन्य किसानों तक ज्ञान फैलाने के लिए भी प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. अरुण कुमार जोशी ने अपने संबोधन में  किसान प्रशिक्षुओं के साथ कृषि अनुसंधान में अपने विशाल अनुभव को भी साझा कियो।

अंत में, उन्नत कृषि उत्पादन प्रौद्योगिकी के माध्यम से आय में वृद्धि पर तीन दिवसीय किसान प्रशिक्षण कार्यक्रम एक शानदार सफलता रही। आयोजकों और सुविधा प्रदाताओं को उनके प्रयासों और विशेषज्ञता के लिए प्रतिभागियों से सराहना मिली। कार्यक्रम की सफलता कृषि पद्धतियों में सुधार और किसानों के लिए स्थायी आजीविका सुनिश्चित करने के लिए निरंतर शिक्षा और प्रशिक्षण के महत्व को दर्शाती है।

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