वाशिंगटन। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ( Donald Trump) ने कहा है कि ताइवान के आसपास की स्थिति इसलिए खराब हुई है क्योंकि चीन को लगता है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन अक्षम हैं।
श्री ट्रंप ने दक्षिण कैरोलिना की एक रैली में कहा, चीन अंदर नहीं जाएगा, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ताइवान नहीं जाएंगे और वह वहां जाने के बहुत करीब हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि हमारे राष्ट्रपति बाइडेन अक्षम हैं।
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने दावा किया, चीनी नेता के मन में अब अमेरिका के लिए कोई सम्मान नहीं है जबकि मेरे कार्यकाल के दौरान वह हमारे देश का बहुत सम्मान करते थे।
अगस्त 2022 में ताइवान को लेकर तनाव बहुत बढ़ गया था जब तत्कालीन अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी ने बीजिंग की चेतावनी के बावजूद ताइपे की यात्रा की थी।
चीन ने पेलोसी की यात्रा की निंदा की थी, जिसे उसने अलगाववाद के समर्थन के रूप में देखा था और द्वीप के आसपास के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर सैन्य अभ्यास शुरू किया था।
ताइवान 1949 से चीन द्वारा स्वतंत्र रूप से शासित हो रहा है।
चीन, ताइवान को अपने प्रांत के रूप में देखता है जबकि ताइवान की अपनी निर्वाचित सरकार है और वह अपने को एक स्वायत्त देश मानता है लेकिन अपने स्वतंत्रता की घोषणा अबतक नहीं की है। बीजिंग ताइवान के साथ विदेशी देशों के किसी भी आधिकारिक संपर्क का विरोध करता है और द्वीप पर चीनी संप्रभुता को निर्विवाद मानता है।