बिहार के छह जिले में हिंदू अल्पसंख्यक हो गए

पूर्वी चंपारण (बिहार)। विश्व हिंदू परिषद उत्तर बिहार की तीन दिवसीय प्रांतीय कार्यसमिति की बैठक का आज समापन हो गया। इस दौरान कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर मंथन हुआ।

समापन सत्र को सम्बोधित करते हुए विहिप के राष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने बिहार के सीमांचल क्षेत्रों में बढ़ रहे जनसंख्या असंतुलन पर चिंता जताते हुए कहा कि रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठ के कारण बिहार के छह जिले में हिंदू अल्पसंख्यक हो गए हैं। यह बिहार सरकार के तुष्टिकरण का परिणाम है। इसके खिलाफ कठोर कानून बनाने के लिए केन्द्र व राज्य सरकार पर दबाव बनाया जायेगा।

उन्होंने कहा कि लव जेहाद, धर्मांतरण व सीमाई क्षेत्र में बढ रही जनसंख्या असंतुलन के मद्देनजर गांव-गांव में हिंदू सुरक्षा समिति गठित की जाएगी। साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य व अन्य क्षेत्र में चल रहे 4500 सेवा प्रकल्पों की संख्या भी बढायी जायेगी। इन प्रकल्पों के जरिए समाज के वंचित समाज को मुख्यधारा से जोड़ा जायेगा। इसके अलावा विश्व हिंदू परिषद कानूनी क्षेत्र में संगठन को मजबूती प्रदान करने के लिए देशभर में लीगल सेल का गठन कर रहा है, जिसमें अवकाश प्राप्त जस्टिस, Supreme court और उच्च न्यायालय के बड़े वकीलों को जोड़ा जा रहा है।

परांडे ने कहा कि जेहादी हिंसा, धर्मांतरण व लव जिहाद के विरुद्ध बजरंग दल 26 सितंबर से 8 अक्टूबर तक देशव्यापी शौर्य यात्रा निकालेगी। नवंबर माह से कुटुंब प्रबोधन प्रकल्प के तहत संतों का देशव्यापी प्रवास होगा। इसके माध्यम से समाज में जातिगत भेदभाव को समाप्त कर हिन्दू भावना को जागृत किया जायेगा। समापन के अंतिम दिन उत्तर Bihar के विभिन्न जिलों से आए कार्यकर्ताओं के बीच नई जिम्मेवारी की भी घोषणा की गई।

इस मौके पर क्षेत्र संगठन मंत्री आनंद कुमार, क्षेत्र मंत्री वीरेंद्र विमल, प्रांत संगठन मंत्री नागेंद्र समर्थ, प्रांत अध्यक्ष कृष्णदेव झा, प्रांत मंत्री राजकिशोर सिंह, बिहार-झारखंड के विधि प्रकोष्ठ प्रमुख अशोक श्रीवास्तव अधिवक्ता, प्रांत संपर्क प्रमुख सह विभाग मंत्री राणा रणवीर सिंह सहित कई केंद्रीय, क्षेत्रीय और प्रांतीय पदाधिकारी मौजूद थे।

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