आप हमें जो चाहें बुला लें मोदी जी हम इंडिया है :मनीष तिवारी

नयी दिल्ली। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘इंडिया’ शब्द पर तंज करने को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि पार्टी के लोग ‘मरजीवड़े’ हैं और हम उनके वंशज हैं जिन्होंने सौ साल तक लड़ाई लड़ते हुए ‘ईस्ट इंडिया कंपनी’ को भगाया है।

कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने मंगलवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में 26 विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ को लेकर श्री मोदी की टिप्पणी को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि इंडिया गठबंधन को लेकर उनकी यह टिप्पणी बड़ी बौखलाहट का परिणाम है।

उन्होंने कहा “बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बात है। मैं कहूं कि यह सरकार की बौखलाहट की निशानी है। उनकी बौखलाहट का उत्कृष्ट उदाहरण है। हम प्रधानमंत्री को कहना चाहते हैं कि विपक्ष मुजाहिद्दीन नहीं हैं। विपक्ष भारत के लोकतंत्र के लिए ‘मरजीवड़े’ (मरकर भी जी उठने वाले) हैं। मुझे हैरत होती है कि वह ईस्ट इंडिया की बात करते हैं। हम उनको बताना चाहते हैं कि हम उन लोगों के वंशज हैं जिन्होंने ईस्ट इंडिया कंपनी को इस देश से भगाया और अंग्रेजी साम्राज्यवाद के खिलाफ सौ साल लडाई लड़ी। अंग्रेजों से कौन मिला था यह बात छिपी नहीं है। जिम्मेदार पद पर बैठा व्यक्ति यदि इस तरह की बात करता है तो मैं यही कहूंगा कि इससे बड़ी बौखलाहट की और कोई मिसाइल नहीं हो सकती है।”

इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी श्री मोदी की टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ट्वीट किया “आप हमें जो चाहें बुला लें मोदी जी। हम इंडिया है। हम मणिपुर के हालात ठीक करने और हर महिला तथा बच्चे के आंसू पोंछने में मदद करेंगे। हम वहां के सभी लोगों के लिए प्यार और शांति का मौहौल बहाल करेंगे। हम मणिपुर में भारत होने के विचार को फिर से स्थापित करेंगे।”

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा “हम मणिपुर की बात कर रहें हैं, प्रधानमंत्री जी सदन के बाहर ‘इंडिया’ को ‘ईस्ट इंडिया कंपनी’ बोल रहे हैं। कांग्रेस पार्टी हमेशा ‘मदर इंडिया’ यानि ‘भारत माता’ के साथ रही है। अंग्रेज़ों के ग़ुलाम तो भाजपा के राजनैतिक वंशज ही थे। अपनी ऊल-जलूल बयानबाज़ी से प्रधानमंत्री मोदी जी देश का ध्यान भटकना बंद कीजिये। मोदी जी, संसद में मणिपुर के बारे में बोलिये, इंडिया यानि भारत को भला-बुरा कहकर प्रधानमंत्री के पद की गरिमा को छोटा मत कीजिये।”

प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा “प्रधानमंत्री जी इतनी नकारात्मकता क्यों। इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इन्लूसिस एलायंस (इंडिया) के मूल में संविधान की भावना है। देश के युवाओं को रोजगार, जनता को महँगाई से राहत, हर तबके की खुशहाली, किसानों-श्रमिकों की भलाई, महिलाओं को सुरक्षा व सहायता, देश में एकता, प्रेम एवं शांति का सकारात्मक एजेंडा है। राजनीति के चलते इंडिया के लिए आपने नकारात्मक और अपमानजनक रूख अपना रखा है। बार बार देश के नाम के साथ नकारात्मक मायने जोड़ना आपके पद की गरिमा के प्रति उचित नहीं है। देश के लोग नकारात्मक नहीं, सकारात्मक राजनीति चाहते हैं। संसद में मणिपुर पर देश आपकी बात सुनना चाहता है। देश महंगाई और बेरोज़गारी पर भी आपका जवाब चाहता है।”

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