नयी दिल्ली। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की ओर से मातृभाषा में 12वीं तक की शिक्षा के लिए विकल्प देना सराहनीय कदम है।
शाह ने ट्वीट कर Prime Minister Narendra Modi और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को बधाई देते हुए कहा कि विद्यार्थियों को अपनी मातृभाषा में शिक्षा मिलने से उनके चिंतन, तर्क एवं अनुसंधान की क्षमता में बढ़ोतरी तो होगी ही, साथ ही इस पहल से अधिक से अधिक student अब सीबीएसई के माध्यम से शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे।
उल्लेखनीय है कि सीबीएसई ने अपने सभी विद्यालय प्रमुखों को बालवाटिका से 12वीं कक्षा तक भारतीय भाषाओं में शिक्षा का विकल्प उपलब्ध कराने के लिए परिपत्र भेजा है।
सीबीएसई के निदेशक (शैक्षणिक) डॉ. जोसफ इमानुवल ने बोर्ड से संबद्ध सभी विद्यालयों के प्रमुख को पत्र भेज कर कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में युवा शिक्षार्थियों के लिए बहुभाषिकता के महत्वपूर्ण संज्ञानात्मक लाभ पर बल दिया गया है।
नीति में दृढ़ता से समर्थन किया गया है कि जहां तक संभव हो कम से कम कक्षा 5 तक, लेकिन अधिमानत। कक्षा 8 एवं अग्रिम कक्षाओं में मूल भाषा मातृभाषा, स्थानीय भाषा या क्षेत्रीय भाषा को शिक्षा के माध्यम के रूप में उपयोग किया जाए।