इस्लामाबाद। पाकिस्तान के सिंध प्रांत की ओर तेजी से बढ़ रहे बिपरजॉय चक्रवात के मद्देनजर प्रशासन ने जानमाल के नुकसान से बचने के लिए तटीय क्षेत्र से 80 हजार लोगों को निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इतना ही नहीं सिंध में इमरजेंसी घोषित कर दी गई है। सिंध प्रांत के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने सोमवार को तटीय क्षेत्रों का दौरा कर मीडिया को बताया कि अरब सागर में चक्रवात उत्तर की ओर बढ़ रहा है और यह मंगलवार से गुरुवार तक प्रांतीय राजधानी कराची, बादिन और थट्टा सहित पाकिस्तान के दक्षिणी तटीय क्षेत्रों में टकराएगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि चक्रवात कराची से 600 किलोमीटर दूर स्थित है और यह देश के तटीय इलाकों की ओर बढ़ रहा है जिससे तटीय क्षेत्रों में तेजी आंधियां चल रही है। अधिकारियों ने बिलबोर्ड को हटाने, कमजोर संरचनाओं वाली इमारतों को खाली करने, और कराची में उपायों के तहत कमजोर ग्लास पैनल वाले भवनों के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया है।
अधिकारियों ने चक्रवात से तटीय क्षेत्रों में बाढ़ की आशंका व्यक्त की है। मछुआरों को खुले समुद्र में जाने पर प्रतिबंधित लगा दिया गया है और कराची में समुद्र तट की ओर जाने से रोकने के लिए यातायात के लिए अवरुद्ध कर दिया गया है। पाकिस्तान मौसम विभाग ने सोमवार को अपना 13वां अलर्ट जारी किया। इसने कहा कि चक्रवात से हवाएँ 160-180 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चल सकती हैं और लहरे 35-40 फुट उूपर तक उठ सकती है। इतना ही नहीं सिंध में इमरजेंसी घोषित कर दी गई है।