नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के प्रगति मैदान में देश के पहले राष्ट्रीय प्रशिक्षण कॉन्क्लेव का उद्घाटन किया है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभा को संबोधित भी किया है।
इस कॉन्क्लेव में 1500 से अधिक प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। इसका आयोजन सिविल सेवा प्रशिक्षण संस्थानों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया है।
इस कॉन्क्लेव का उद्देश्य है कि सिविल सेवकों को मिलने वाली ट्रेनिंग के बुनियादी ढांचे को भी मजबूत किया जाए। केंद्रीय प्रशिक्षण संस्थान, राज्य प्रशासनिक प्रशिक्षण संस्थान, क्षेत्रीय प्रशिक्षण संस्थानों और अनुसंधान संस्थानों समेत अन्य संस्थानों के प्रतिनिधि इस कॉन्क्लेव में शामिल हुए थे। इसमें केंद्र सरकार और राज्य सरकार के अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया।इस कॉन्क्लेव में कई विचारों का अदान प्रदान हुआ है।
चुनौतियों और नए अवसरों के संबंध में भी तलाश की जाएगी। वहीं क्षमता निर्माण को लेकर भी रणनीति तैयार होगी। इस कॉन्क्लेव में आठ पैनलों पर चर्चा की गई है। इस कॉन्क्लेव से संबंधित बयान में कहा गया कि यह विविध सबा विचारों के आदान प्रदान को प्रोत्साहित करेगी।
जिन चुनौतियों का सामना किया जा रहा है उनका हल निकालने में मदद मिलेगी।बता दें कि इसे पीएम मोदी के मिशन कर्मयोगी दी दिशा में अहम कदम माना जा रहा है। कॉन्क्लेव से अधिकारियों की ट्रेनिंग संबंधित सुधारों को लेकर चर्चा होगी।
गौरतलब है कि ‘मिशन कर्मयोगी’ का मुख्य कार्य सही दृष्टिकोण, कौशल और ज्ञान के साथ भविष्य के लिए सिविल सेवा तैयार करना है।