चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुधवार को कहा कि भ्रष्टाचार रोधी हेल्पलाइन शुरू होने के एक साल के भीतर कथित रूप से भ्रष्टाचार में लिप्त 300 से अधिक अधिकारियों को सलाखों के पीछे डाल दिया गया है। मान ने एक वीडियो संदेश में कहा, “मैं प्रतिज्ञा लेता हूं कि मेरी सरकार राज्य के लोगों को स्वच्छ, पारदर्शी और उत्तरदायी शासन प्रदान करने के लिए और अधिक प्रयास करेगी।”
मान ने कहा कि कार्यभार संभालने के पहले दिन से ही पंजाब सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ ‘कतई बर्दाश्त नहीं करने’ की नीति अपनाई है। उन्होंने कहा कि यह बहुत गर्व और संतोष की बात है कि पिछले साल इसी दिन शुरू की गई भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन के वांछित परिणाम सामने आए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हेल्पलाइन नंबर पर प्राप्त व्हाट्सएप शिकायतों के आधार पर राज्य सरकार ने “300 से अधिक भ्रष्ट अधिकारियों को पकड़ा”। इस बीच, शिरोमणि अकाली दल ने मान से यह बताने को कहा कि भ्रष्टाचार के प्रति ‘कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति’ का मंत्र आम आदमी पार्टी (आप) के मंत्रियों और विधायकों पर क्यों नहीं लागू होता।
मान के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता महेश इंदर सिंह ग्रेवाल ने मुख्यमंत्री से कहा कि प्रचार के हथकंडों से ‘‘पंजाबियों को बेवकूफ बनाने की’’ कोशिश न करें। उन्होंने एक बयान में कहा, “सच्चाई यह है कि आपकी सरकार अब तक की सबसे भ्रष्ट सरकार है और आप भ्रष्टाचार और नैतिक भ्रष्टता दोनों में लिप्त मंत्रियों और विधायकों के खिलाफ कार्रवाई करने में विफल रहे हैं।”