शिमला। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि सरकार नशे की चपेट में आए युवाओं को इस लत से मुक्त करने और उनके पुनर्वास के लिए एक नीति बनाएगी।
सरकार की ओर से यहां जारी एक बयान के अनुसार, इस नीति संबंधी एक मसौदे को लेकर हुई बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं का जीवन मोबाइल फोन तक सिमटकर रह गया है, जिसके कारण वे नशे की लत का शिकार हो रहे हैं।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार युवाओं को नशे के चंगुल में फंसने से बचाने के लिए कड़े कदम उठा रही है और इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य और स्नायु विज्ञान संस्थान के सहयोग से राज्य में एक अत्याधुनिक नशामुक्ति-सह-पुनर्वास केंद्र स्थापित किया जाएगा।
बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को इस केंद्र के लिए भूमि चिह्नित करने के निर्देश दिए और कहा कि यह केंद्र इसमें रह रहे युवाओं को पेशेवर प्रशिक्षण भी प्रदान करेगा।
उन्होंने कहा कि यह उनके खोए हुए आत्मविश्वास को बढ़ाएगा और जीवन में आगे बढ़ने के लिए उनका मार्गदर्शन करेगा। उन्होंने कहा कि इन लोगों को सामान्य जीवन में लौटने में सक्षम बनाने के लिए उन्हें परिवार और समाज से जोड़ने पर भी जोर दिया जाएगा।