रुड़की।पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आज रुड़की में कहा कि जिन लोगो ने सन 2016 में गद्दारी की थी,उन्हें जनता लोकसभा चुनाव में न आने दे,साथ ही उन्हें उम्मीद जाहिर की कि कांग्रेस भी ऐसे लोगो पर भरोसा नही करेगी।
पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि इकबालपुर गन्ना मील की तरफ किसानों का बकाया 200 करोड़ रुपये का भुगतान करने की मांग को लेकर वे 9 मई को इकबालपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ धरना देंगे।साथ ही खराब मौसम के कारण खराब हुए गेंहू को सरकारी स्तर पर खरीदने की भी मांग उन्होंने उठाई।प्रदेश कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता श्रीगोपाल नारसन ने बताया कि हरीश रावत ने धरने के लिए 9 मई का दिन इसलिए चुना है क्योंकि उसी दिन इकबालपुर गन्ना मील बंद हो रहा है।पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत उंक्त मुद्दे पर जून माह में तपती दोपहर के समय महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने सरकार पर दबाव बनाने व किसानों को उनके गन्ने का भुगतान कराने के लिए अनशन करेंगे।इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखंड की स्पष्ट नीति थी कि वह उत्तर प्रदेश से गन्ना मूल्य एक रुपया अधिक देंगा लेकिन इस नीति का पालन नही किया गया और न ही किसानों का कम दाम में भी गन्ना खरीदने पर उसका भुगतान किया है,जो सरकार की किसान विरोध सोच का प्रमाण है।उनके इस धरने में प्रदेश स्तर के कांग्रेस नेताओं के साथ साथ जनपद हरिद्वार के कांग्रेस विधायक, कांग्रेस संगठन एवं प्रकोष्ठों के पदाधिकारी व कार्यकर्ता भाग लेंगे।पत्रकार वार्ता में प्रदेश कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता श्रीगोपाल नारसन, महानगर कांग्रेस अध्यक्ष राजेंद्र चौधरी, हरिद्वार ग्रामीण जिलाध्यक्ष राजीव चौधरी, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राव आफाकअली,हंसः राज सचदेवा,सुधीर शांडिल्य, सचिन गुप्ता आदि मौजूद रहे।