चमोली। उत्तराखंड में स्थिति सिखों के तीर्थ स्थल हेमकुंड साहिब की यात्रा को सुगम बनाने के लिए भारतीय सेना के दल 20 अप्रैल से यात्रा मार्ग पर जमी बर्फ को हटाने का कार्य शुरू करेंगा। आज यात्रा मार्ग को सुगम बनाने के लिए सेना की 418 इंडिपेंडेंट इंजीनियर कार्प के ब्रिगेड कमांडर ब्रिगेडियर अमन आनंद और आफिसर कमांडर कर्नल सुनील यादव की देखरेख में कैप्टन मानिक शर्मा , सूबेदार मेजर नेकचंद एवं हवलदार हरसेवक सिंह के दल ने हेमकुंड धाम के यात्रा मार्ग और इस पूरे इलाके में जमीं बर्फ का जायजा लिया।
उन्होंने आश्वस्त किया है कि वह 20 अप्रैल से बर्फ कटान तथा हेमकुंड साहिब धाम तक मार्ग बनाने का कार्य शुरू कर देगा तथा मौसम की परिस्थितियों के बावजूद यात्रा में किसी तरह का व्यवधान नहीं आने दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि हेमकुंड साहिब से पहले अटलाकोटी ग्लेशियर है। जहां पर 10 फुट के करीब बर्फ जमीं है तथा पावन धाम श्री हेमकुंड साहिब में भी 8 से 12 फीट तक बर्फ जमी है।
इसके साथ ही पवित्र सरोवर भी पूरी तरह से बर्फ से ढका है । सेना के अधिकारियों नें बताया की मौसम की परिस्थितियों को देखते हुए 20 अप्रैल से वर्फ कटान व मार्ग बनानें का काम शुरू कर दिया जाएगा । गोविंदघाट गुरुद्वारा के मुख्य प्रबंधक सरदार सेवा सिंह नें भी घांघरिया जाकर ट्रस्ट के गुरुद्वारे का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि 15 अप्रैल से ट्रस्ट के सेवादार एवं अन्य कारीगर यात्रा की तैयारियों हेतु घांघरिया गुरुद्वारे के लिए प्रस्थान करेंगे।
ताकि समय से सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद की जाएं और भारतीय सेना के ठहरनें तथा लंगर की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जा सके । इसके अलावा लोनिवि के 70 मजदूर पुलना से घांघरिया तक मार्ग को दुरुस्त करने में जुटे हैं। जिलाधिकारी हिमांशु खुराना विभागीय अधिकारियों को सभी निर्माण कार्यों पर नजर बनाए रखने के निर्देश दिए हैं । हेमकुंड साहिब ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा नें बताया कि प्रशासन के सहयोग से यात्रा को सुखद बनाया जायेगा।