नयी दिल्ली।कांग्रेस के विभिन्न संगठनों ने सरकार पर अडानी मामले में पार्टी नेता राहुल गांधी के सवालों पर चुप्पी साधने का आरोप लगाते हुए सोमवार को यहां प्रदर्शन किया और इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल पूछा तथा पोस्टकार्ड अभियान की शुरुआत की।
महिला कांग्रेस की अध्यक्ष नेट्टा डिसूजा के नेतृत्व में संगठन के कार्यकर्ताओं ने यहां जंतर मंतर पर जनतंत्र बचाओ रैली की जिसमें बड़ी संख्या में महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने गांधी की आवाज दबाने के लिए उनकी लोकसभा की सदस्यता खत्म कराने में साम, दाम, दंड, भेद सभी तरीके अपनाए।
उनका कहना था कि श्री गांधी जनता की आवाजÞ बनकर उठे हैं इसलिए भाजपा उनसे डरी हुई है। उन्होंने कहा ‘‘ गांधी ने मोदी अडानी के रिश्तों को लेकर जो सवाल उठाये हैं, यह अब इस पूरे देश के, हमारे आपके सबके सवाल बन गये हैं। अगर गांधी को जेल में डाला जाता है तो हम सब जेल भरने के लिए तैयार हैं।
’युवा कांग्रेस ने भी इस मुद्दे पर आज देश भर में ‘जवाब दो पोस्टकार्ड’ अभियान’ की शुरुवात की। संगठन के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने इस मौके पर कहा कि अडानी महाघोटाले के विरुद्ध युवा कांग्रेस ने ‘जवाब दो पोस्टकार्ड’ अभियान की शुरुवात की है। संगठन के कार्यकर्ता इस अभियान को देश के हर शहर और गांव तक लेकर जाएंगे।
गांधी लगातार अडानी महाघोटाले पर केंद्र सरकार और मोदी से सवालों के जवाब मांग रहे हैं लेकिन सरकार इस बारे में चुप्पी साधे है और डराने का काम कर रही है। कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई ने भी इस मामले में श्री मोदी से सवाल करते हुए ‘पोस्टकार्ड अभियान’ की शुरुआत की।
संगठन के अध्यक्ष नीरज कुंदन ने दिल्ली विश्वविद्यालय में अभियान की शुरुआत करते हुए कहा कि श्री मोदी को संसद के भीरत और बाहर बाहर उठाए जा रहे इन सवालों के जवाब देकर अपनी ईमानदारी साबित करनी चाहिए। उनकी चुप्पी इस बात का सबूत है कि वह इस भ्रष्टाचार में लिप्त है और अडानी को बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
इसी प्रयास के तहत गांधी की सदस्यता रद्द की गई और इससे साफ हो गया है कि मोदी को अडानी मामले में गांधी के सवाल उठाने से बहुत तकलीफ हुई है। पोस्टकार्ड अभियान को लेकर दिल्ली विश्वविद्यालय में छात्रों के बीच पोस्टकार्ड लेकर आये एनएसयूआई सचिव तथा दिल्ली के प्रभारी नितीश गौड़ एवं कुणाल सहरावत ने कहा कि विश्वविद्यालय के अलग-अलग कैंपस में छात्रों को पोस्ट कार्ड पहुंचाए जा रहे हैं और इस अभियान को छात्रों का जबरदस्त समर्थन मिल रहा है।