कोच्चि। मलयालम फिल्मों के जाने माने अभिनेता और चलक्कुडी के पूर्व सांसद इनोसेंट की हालत गंभीर बनी हुई है। एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल की ओर से जारी एक मेडिकल बुलेटिन में कहा गया कि 75 वर्षीय इनोसेंट की हालत गंभीर बनी हुई है।
वह गंभीर रूप से गंभीर बीमारियों से ग्रसित है। उन्होंने कहा, ‘‘ महत्वपूर्ण संकेत और अन्य संकेतक अनुकूल स्तर पर नहीं हैं। वह पूरी तरह से ईसीएमओ (एक्स्ट्राकोर्पोरियल मेम्ब्रेन आक्सीजनेशन) सपोर्ट पर हैं और मेडिकल टीम के करीबी निरीक्षण में हैं।
गले के कैंसर का इलाज करा रहे अभिनेता को मार्च के दूसरे सप्ताह में सांस लेने में तकलीफ और बेचैनी की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
उन्होंने 500 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया है और उन्हें मलयालम सिनेमा में सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेताओं में से एक माना जाता है। वह खलनायक की भूमिकाओं में भी दिखाई दिए हैं, जैसे कि मझाविलकवाड़ी, पोनमुट्टायिदुन्ना थरवु और गणमेला में।
वह लोकसभा चुनाव 2019 में यूडीएफ उम्मीदवार बेनी बेहानन से हार गए थे। उन्होंने एसोसिएशन आफ मलयालम मूवी आर्टिस्ट्स (एएमएमए) के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। उन्होंने अपनी यादों के आधार पर किताबें लिखी हैं और पत्रिकाओं और अखबारों में कॉलम लिखे हैं।
इनोसेंट ने 1972 में फिल्म नृत्यशाला से फिल्म उद्योग में प्रवेश किया। सबसे पहले उन्होंने कुछ गंभीर लीक से हटकर फिल्में बनाईं, लेकिन उन्हें कोई खास सफलता नहीं मिली। उन्होंने कुछ तमिल और हिंदी फिल्मों में भी काम किया है।
इनोसेंट ने रामजी राव स्पीकिंग, मन्नार मथाई स्पीकिंग, किलुक्कम, गॉडफादर, वियतनाम कॉलोनी, नादोदिकट्टू, मणिचित्राथझु और कल्याणरमन जैसी हास्य भूमिकाएं निभाईं।
इनोसेंट ने केली, कठोडु कथोरम जैसे चरित्र और खलनायक की भूमिकाओं में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। उन्होंने कई अन्य फिल्मों जैसे काबुलीवाला, गजकेसरीयोगम, मिथुनम, मझाविलकवाड़ी, मनसिनक्करे, थुरुप्पुगुलन, रासथानथ्रम, नारन और महासमुद्रम में भी काम किया।
इन फिल्मों में अभिनय करने वाले सुपरस्टार्स के साथ उनके प्रयास ने उनकी सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। केपीएसी के साथ उनकी जोड़ी काफी पंसद की गयी।