रूडकी।रूड़की महोत्सव की श्रंखला में नगर निगम सभागार में मुकाबला-ए-कव्वाली का आयोजन किया गया,जिसमें अतिथि के रूप में मेयर गौरव गोयल,विधायक प्रदीप बत्रा शामिल हुए,जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष शोभाराम प्रजापति ने की।
अन्य विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व विधायक सुरेश चंद जैन,बाबूराम कॉलेज के निदेशक सौरभ भूषण शर्मा मौजूद रहे।कव्वाली में बदायूं और बरेली से आये कव्वाल मेराज साबरी और मैडम मुस्कान डिस्को ने देशभक्ति गीत,शहीदों को सलाम,ऐ वतन तुझ पर मिट जाएंगे जैसी कव्वालियों के बाद आशिकाना कलाम पेश कर समा बांध दिया।कार्यकम संयोजक व सचिव साधन कौशिक तथा महासचिव ब्रह्मपाल सिंह सैनी ने अतिथियों का शाल व स्मृति चिन्हभेंट कर सम्मान किया।
महफिल-ए-कव्वाली का संचालन सँयुक्त रूप से शायर व संस्था उपाध्यक्ष अफजल मंगलौरी व कवियत्री डा.प्रेरणा कौशिक ने सुंदर ढंग से किया।डॉ.प्रेरणा कौशिक की सरस्वती वंदना की प्रस्तुति व दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ,जबकि कव्वाल डिस्को मुस्कान और मेराज साबरी ने देश वन्दना प्रस्तुत कर वाहवाही लूटी।कव्वाली कार्यक्रम के विषय में विरासते रूडकी के अध्यक्ष डॉ.राकेश त्यागी ने कहा कि हमारे देश की मिली जुली संस्कृति सदियों से सौहार्द,भाईचारे और आपसी प्रेम का संदेश देती आ रही है।
कव्वाली की स्थापना भी भारत में सूफी गायक,संगीतकार व कवि अमीर खुसरो ने की थी,जो आज पूरे विश्व में भारत की पहचान बन चुकी है।इस अवसर पर पार्षद चन्द्र प्रकाश बाटा,नीरज कुमार,विवेक चौधरी, प्रोफेसर राजेश चंद्रा,डा.मधुराका सक्सेना, उपाध्यक्ष संजय गर्ग,सुहेब मलिक,योगेश सिंघल,मनीषा सिंघल,अनिल वर्मा,हमजा काजमी,सचिव राहुल शर्मा,शशि सैनी,कविता रावत,सैयद नफिसुल हसन,सलमान फरीदी,मास्टर हैदर जमा खान,रामगोपाल शर्मा,अरविंद कश्यप,ओम प्रकाश नूर,वसीम सिद्दीकी,गीता सैनी,राजीव गर्ग,राज कुमार सैनी,गौरव सैनी,चन्द्र भान स्नेही,इमरान देशभक्त,ईश्वर लाल शास्त्री,नवेद,ध्रुव गुप्ता,अरशद आदि मौजूद रहे।श्रोताओं ने देर रात तक कव्वाली का आनन्द लिया।अंत मे महासचिव ब्रह्मपाल सिंह सैनी ने आभार और राष्ट्रीय गान के साथ मुकाबला-ए-कव्वाली का समापन किया।