नैनीताल। उत्तराखंड के बागेश्वर में चार लोगों के शव मिलने के मामले में नये तथ्य सामने आ रहे हैं। सल्फास के अलावा पुलिस को मौके से छह पेज का एक सोसाइड नोट भी बरामद हुआ है, जिसमें आर्थिक तंगी का हवाला देते हुए सामूहिक आत्महत्या जैसा बड़ा कदम उठाने की बात कही गयी है। बागेश्वर पुलिस अधीक्षक हिमांशु कुमार वर्मा ने शनिवार को इसका खुलासा किया।
उन्होंने प्रेस से मुखातिब होते हुए कहा कि शुक्रवार को पुलिस की एक टीम ने घटनास्थल की गहनता से जांच की और पुलिस टीम को छह पेज का एक सोसाइड नोट बरामद हुआ है। यह उसी कमरे से मिला है जहां चार शव मिले थे। इससे पहले पुलिस को कमरे से जहरीला सल्फास जैसा पदार्थ मिला था। यह एक पारदर्शी पन्नी में बेड के पास चटाई के ऊपर पड़ा था। सूंघने पर इससे बहुत तेज गंध आ रही है।
जिससे माना जा रहा है कि यह सल्फास हो सकता है। उन्होंने आगे बताया कि सोसाइड नोट में तफ्सील से आत्महत्या की बात कही गयी है। उल्लेख है कि परिवार आर्थिक रूप से तंगी से गुजर रहा है और इसलिये पीड़तिों ने इतना बड़ा कदम उठाया। सोसाइड नोट अंजलि की ओर से लिखा गया है। उसमें कहा गया है कि उनके पास खाने को भी कुछ नहीं है और उसके पिता भूपाल राम भी विगत 01 मार्च से घर नहीं लौटे हैं।
नोट में लिख था कि गरीबी के कारण उसके पिता ने लोगों से कर्जा ले रखा है और ग्रामीण पैसे के लिये परिवार पर दबाव बना रहे हैं। इससे वह मानसिक रूप से परेशान हैं। बताया जा रहा है कि एक महिला ने भूपाल राम के खिलाफ हाल ही में ठगी के मामले में एक मामला दर्ज करवाया था। पत्र में यह भी कहा गया है कि स्थानीय पुलिस से भी उन्हें सहयोग नहीं मिल रहा है। पत्र में उन सब लोगों के नाम भी लिखे गये हैं जिन्होंने उनसे पैसे के लिये दबाव बनाया है।
वर्मा ने आगे कहा कि पन्नी में मिले पदार्थ और सोसाइड नोट को जांच के लिये विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा जा रहा है। इसके अलावा पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर इस मामले में अभियोग पंजीकृत कर लिया है। उन्होंने यह भी कहा कि पोस्टमार्टम के साथ ही चारों के बिसरा को सुरक्षित रख लिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे कार्रवाई की जायेगी।
उल्लेखनीय है कि बागेश्वर के घिरौली के जोशीगांव में गुरुवार रात को एक घर से पुलिस को एक ही परिवार के चार लोगों के शव बरामद हुए थे। इनकी पहचान भूपाल राम की पत्नी नंदी देवी (40), पुत्री अंजलि (14), कृष्णा (07) एवं भाष्कर (01) के रूप में हुई।
वर्मा ने बताया कि पुलिस जब मौके पर पहुंची तो घर का मुख्य दरवाजा और कमरे का दरवाजा अदंर से बंद था। उन्होंने कहा कि सोसाइड नोट में लिखे पुलिस की भूमिका को लेकर बागेश्वर के थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया गया है। साथ आरोपों की जांच कपकोट पुलिस को सौंपी गयी है। भूपाल राम कपकोट के घटबगड़ गांव के भनार का मूल निवासी है और वह पिछले कुछ समय से जोशीगांव में अपने परिवार के साथ रह रहा था। यहां यह भी बताया जा रहा है कि ग्रामीणों ने भूपाल राम के परिवार को अंतिम बार आठ मार्च को होली के अवसर पर देखा था। इससे अंदाज लगाया जा रहा है कि यह घटना 08 मार्च को हुई होगी।