लंदन में लोकतंत्र को लेकर राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयान पर भारत में जबरदस्त बवाल जारी है। संसद में भी इस पर जबरदस्त तरीके से भाजपा कांग्रेस पर निशाना साध रही है। इन सब के बीच आज राहुल गांधी मीडिया के सामने आए।
उन्होंने कहा कि सरकार के 4 मंत्रियों ने मुझ पर आरोप लगाए हैं। आरोप के बाद मुझे बोलने का हक है। मैंने आज लोकसभा अध्यक्ष से मुलाकात की है और उनसे बोलने का वक्त मांगा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि मुझे बोलने दिया जाएगा। राहुल गांधी ने साफ तौर पर कहा कि सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अडानी मुद्दे को लेकर डरे हुए हैं। इसलिए ध्यान भटकाने के लिए यह मुद्दा उठाया जा रहा है। इसलिए मुझे लगता है कि वह संसद में मुझे बोलने नहीं देंगे।
राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री और अडानी के बीच की रिश्ता क्या है? रक्षा सौदे अदानी को क्यों दिए जा रहे हैं? यह बड़े सवाल है जो हम उठाना चाहते हैं। संसद के रिकॉर्ड से मेरे भाषण को हटा दिया गया। उन्होंने अपने बयान में कहा कि सुबह मैं संसद गया और अध्यक्ष (लोकसभा) से बात की कि मैं बोलना चाहता हूं। सरकार के चार मंत्रियों ने मुझ पर आरोप लगाए थे इसलिए मुझे सदन में अपनी बात रखने का अधिकार है। मुझे उम्मीद है कि मुझे कल संसद में बोलने की अनुमति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले मैंने सदन में मोदी और अडानी पर सवाल उठाते हुए भाषण दिया था, वह भाषण हटा दिया गया था। भाषण में ऐसा कुछ भी नहीं था जिसे मैंने सार्वजनिक रिकॉर्ड से न निकाला हो।