नयी दिल्ली। भाजपा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ब्रिटेन के कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में दिये संबोधन पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आज कहा कि कांग्रेस के शासन में एक लाख फोन टैप कराने वाले विदेशी धरती पर भारत को नीचा दिखाने का काम कर रहे हैं तथा जो वह आरोप लगा रहे हैं उनकी जांच में कोई सहयोग नहीं करते हैं।
भाजपा के प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने आज यहां कहा कि आज भारत जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है, पूरा विश्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व का लोहा मान रहा है। तो वहीं दूसरी ओर देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी के नेता राहुल गांधी विदेश में जाकर कह रहे हैं कि हिंदुस्तान बर्बाद हो गया है। डॉ. पात्रा ने कहा कि गांधी नहीं मानते हैं कि हिंदुस्तान एक राष्ट्र है। वह कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में जाकर कह रहे थे कि भारत एक समझौता है। श्री गांधी कहते हैं कि चीन सौहार्द्र चाहता है, वहां राष्ट्रवाद है क्योंकि वहां ‘येलो नदी’ है।
राहुल गांधी को भारत में गंगा नहीं दिखी। उन्होंने कहा, ‘‘श्री गांधी विदेश की भूमि पर जाकर कहते हैं कि हम विपक्ष के नेता हैं, हमें बोलने नहीं दिया जाता है। वह कहते हैं कि मेरे फोन में पेगासस था। लेकिन जब पेगासस मामले पर मोबाइल को जांच के लिए मांगा गया तब न तो राहुल गांधी ने अपना फोन दिया और ना ही उनकी पार्टी के किसी नेता ने।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन के दूसरे (संप्रग -2) के शासनकाल में वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी कह रहे थे कि श्रीमती सोनिया गांधी के कहने पर उनके कमरे को बग कराया गया है और वह जो बातें करता हूं श्रीमती गांधी सुन लेती हैं।
सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत एक सवाल के जवाब में बताया गया था कि संप्रग-2 के समय 9000 फोन टेप होते थे और बाद में ये संख्या बढ़कर एक लाख हो गई थी। उन्होंने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने कहा था कि देश की सुरक्षा के लिए हम फोन टेपिंग कराते हैं। आप फोन टेप कराते थे और यहां पेगासस मामले में जांच होने के बावजूद आपने फोन जमा नहीं किया और विदेश की धरती पर जाकर कहते हैं कि हमारे देश में लोकतंत्र नहीं है।