प्रयागराज। बसपा के विधायक रहे राजू पाल की हत्या के मामले में मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके गनर की अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मार कर हत्या कर दी। हमले में घायल एक अन्य सुरक्षाकर्मी की हालत नाजुक बनी हुयी है। पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने बताया कि आज शाम साढ़े चार बजे धूमनगंज क्षेत्र के सुलेम सराय निवासी उमेश पाल की अज्ञात बंदूकधारियों ने उनके घर के बाहर बम और गोलियों से हमला कर हत्या कर दी।
इस हमले में उनकी सुरक्षा में लगे गनर संदीप निषाद और एक अन्य सुरक्षाकर्मी को गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया गया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि उपचार के दौरान संदीप निषाद की देर रात मृत्यु हो गयी है जबकि एक अन्य की हालत नाजुक बनी हुयी है। इस सिलसिले में करीब सात लोगों को हिरासत में लिया गया है।
शर्मा ने बताया कि हत्या में छोटे हथियार और बम का इस्तेमाल किया गया है। हत्या में शामिल लोगों की पहचान के लिये गवाह के घर और आसपास के क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला जा रहा है। इस मामले में पुलिस की पांच टीमों का गठन किया गया है।
सूत्रों के अनुसार उमेश पाल एक मामले की सुनवाई के बाद अपने सुरक्षाकर्मियों के साथ कार से उतरे ही थे कि पहले से घात लगाये शार्प शूटर्स ने उन पर गोलियों की बौछार कर दी। हमलावरों की गोली से संदीप निषाद गिर गया जबकि घायल उमेश घर की ओर भागे मगर बदमाशों ने पीछा कर एक के बाद एक गोलियां और बम चलाना जारी रखा।
गंभीर हालत में उमेश को अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उन्हे मृत घोषित कर दिया। उमेश पाल के निजी अधिवक्ता विक्रम सिन्हा ने बताया कि आज उमेश के अपहरण काण्ड की अंतिम सुनवाई थी। बहस के बाद वह करीब 4.30 बजे तक उनके साथ अदालत में थे।
उमेश घर जाने की बात कह कर अपने सुरक्षाकर्मियों के साथ अदालत परिसर से निकले थे। उमेश पाल के सरकारी वकील सुशील वैश्य ने जब उन्हें फोन किया तो उनके मोबाइल पर गोली चलने की आवाज आ रही थी। उन्होने मुख्य गवाह के मोबाइल पर फोन मिलाया तो शायद भांजा या अन्य किसी सदस्य ने बताया कि मामा को गोली लग गयी है, अस्पताल लेकर जा रहे हैं। गौरतलब है कि राजू पाल की पत्नी एवं पूर्व विधायक पूजा पाल के करीबी उमेश पाल पर इससे पूर्व भी जानलेवा हमला हो चुका है। हालांकि इसमे वह बच गया था। जान से मारने की धमकी तो कई बार दी जा चुकी है।