देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य में भर्ती घोटाला नासूर एवं कैंसर की तरह फैल रहा था और उसकी सर्जरी की जानी बहुत जरूरी हो गया थी। धामी ने आज रुद्रपुर स्थित राधा स्वामी सत्संग व्यास पहुंच कर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों एवं विद्यार्थियों द्वारा आयोजित हस्ताक्षर अभियान में प्रतिभाग किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस बार वीपीडीओ भर्ती परीक्षा में भी पेपर लीक होने के संकेत मिलने के बाद जांच कराने पर प्रारम्भिक रूप से ये लगने लगा कि इस परीक्षा में गड़बड़ी हुई है।
उन्होेंने कहा तभी से हमने तय किया कि पुरानी सभी भर्तियों की जांच करानी आवश्यक है और हमने जांच का निर्णय लिया। अभी तक 60 आरोपी जेल में हैं। उन्होंने कहा कि लेकिन ये सिलसिला यहीं नहीं रूकने वाला है। इसको हमने जड़ से खत्म करने के लिए भारतवर्ष का सबसे सख्त कानून बनाया है जिसमें नकल कराने वाले व्यक्ति के लिए उम्र कैद तक का भी प्रावधान करने के साथ ही सारी सम्पत्ति जब्त करने का भी प्रावधान किया गया है।
उन्होंने कहा कि जो अभ्यर्थी नकल करने में एक बार पकड़ा गया तो तीन वर्ष तक और वह इसमें फिर से संलिप्त पाया जाता है तो अगले 10 वर्षाे तक वह किसी परीक्षा में भाग नहीं ले सकेगा। यह पूरे देश का सर्वाधिक सख्त कानून है। उन्होंन कहा कि बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं, उनके भविष्य से कोई खिलवाड़ न करे उनकी उम्मीदों को ना तोडे, इन सभी बातों पर गहनता से विचार करते हुए हमने ये नकल विरोधी सख्त कानून बनाया।
उन्होंने कहा प्रदेश में भर्ती परीक्षाओं का केलेण्डर जारी कर दिया गया है। भर्तियां पूरी पारदर्शिता, निष्पक्षता व नकलविहीन सम्पन्न होंगी, जिससे पात्र व्यक्तियों का चयन होगा। उन्होने बधाई देते हुए कहा पिछले दिनों सम्पन्न हुई पटवारी एवं लेखपाल भर्ती परीक्षा में एक लाख तीन हजार अभ्यर्थी शामिल हुए थे, जिनके आने-जाने हेतु मुफ्त यात्रा सुविधा दी गई थी।
उन्होंने कहा कि पीसीएस की शुरू हो रही मुख्य परीक्षओं में भी उत्तराखण्ड परिवहन निगम की बसों में नि:शुल्क यात्रा की व्यवस्था की है। नकल विरोधी कानून लाने पर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों एवं विद्यार्थियों ने राधा स्वामी सत्संग व्यास पहुंच कर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।मुख्यमंत्री भी इस अभियान से जुड़े और हस्ताक्षर किये। मुख्यमंत्री तराई के संस्थापक पं0 राम सुमेर शुक्ल के ज्येष्ठ पुत्र और वरिष्ठ कांग्रेसी पं0 रमाशंकर शुक्ल के निधन पर उनके परिजनों से भी मिले और शोक संवेदना व्यक्त की।