देहरादुन। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उधमसिंह नगर के तुलसी धाम पहुंचकर 69वें श्री तुलसी महायज्ञ में पूजा-अर्चना कर साधु संतों से आशीर्वाद लिय। इस अवसर पर कार्यक्रम में गुरु महाराज तथा संतों ने चारों धामों का कायाकल्प करने और धर्मान्तरण कानून लाने पर धामी को पगड़ी पहनाकर व पुष्प माला पहनाकर स्वागत किया।
मुख्यमंत्री ने तुलसी धाम मार्ग का लोकार्पण भी किया। धामी ने मन्दिर में हॉल निर्माण कराने और एनएच-74 से ग्राम मलसा होते हुए धाम आने वाले मार्ग को तुलसी धाम मार्ग घोषित करने और सांस्कृतिक मेले के लिए सरकार की ओर से हर संभव सहयोग किये जाने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने संतों का अभिवादन करते हुए कहा कि ज्ञान से पवित्र और कुछ भी नहीं है। संतों का ज्ञान सदैव हमारा मार्गदर्शन करता रहेगा और हमें राष्ट्र निर्माण के पथ पर अग्रसर करने में सहायक सिद्ध होगा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी महान सनातन संस्कृति की पताका संपूर्ण विश्व में लहरा रही है और दुनिया भर के देश हमारी प्राचीन संस्कृति और दर्शन से परिचित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी का यह कर्तव्य है कि हम अपने धर्म मार्ग से कभी विचलित ना हों और अपनी सनातन संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए सदैव प्रयत्नशील रहें।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में सरकार केदारखंड के मंदिरों को विकसित करने के साथ ही मानसखंड कॉरिडोर को भी विकसित करने कि दिशा में आगे बढ़ रही है, जिसके अंतर्गत कुमांऊ के गोलज्यू मंदिर, पाताल भुवनेश्वर, कोट भ्रामरी, देवीधुरा, कैंचीधाम, बाल सुंदरी, मां पुण्यगिरी समेत अनेक धार्मिक स्थलों को चिन्हित किया गया है।
श्रीदिवस की परेड में प्रथम पुरुस्कार मिला। धामी ने कहा कि सभी को विश्वास दिलाता हूं कि हमारी सरकार देवभूमि उत्तराखण्ड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के अपने विकल्प रहित संकल्प को पूर्ण करने हेतु दिन रात काम करती रहेगी तथा आपका यह मुख्य सेवक जब तक देवभूमि को सच्चे अर्थों में देवभूमि नहीं बना लेगा तब तक चैन से नहीं बैठेगा।