देहरादून । पूर्व मंडी अध्यक्ष विकासनगर ने प्रदेश के मुख्य सचिव संधु से उत्तराखंड में लेखपाल /पटवारी कानूनगो एवं अन्य सपोर्ट स्टाफ के कई हज़ार रिक्त पदों पर भर्ती किए बग़ैर ज़मीनों के सर्किल रेट बढ़ाने को ,घोर जनहित विरोधी कदम बताते हुए पटवारी/लेखपाल के रिक्त पद पर अविलम्ब नियुक्ति की माँग की है ।
विपुल जैन ने माँग पत्र में कहा की पिछले पाँच वर्ष में निरंतर सर्किल रेट बढ़ाकर प्रदेश की जनता से आमदनी में कई सौ करोड़ का इजाफ़ा तो लिया जा रहा है लेकिन जनता से भरपूर कर वसूली के बावजूद
लेखपाल /पटवारी ,कानूनगो आदि स्टाफ की कमी के कारण जानता अपने भू अभिलेख ठीक करवाने को तहसीलों के चक्कर पे चक्कर लगाने को मजबूर है ।
वर्तमान में एक एक लेखपाल को कई कई सर्किल का डबल चार्ज दिया गया है ।अकेले राजधानी ज़िला देहरादून में तहसील विकासनगर ,डोइवाला,ऋषिकेश,देहरादून में एक एक लेखपाल के पास 3-3 सर्किल के चार्ज हैं जिसके अन्तर्गत 15 से 25 गाँव सम्मिलित हैं ।
प्रत्येक लेखपाल के पास भू अभिलेख कार्यों (फरद,नपाई, कुर्रे, क़ब्ज़े)को संपादित करने के साथ साथ जाति,हैसियत तस्दीक़,बैंक का हिस्साकरण,काश्तकार ड्यूज रिकवरी,अमीन कार्य ,फसल बीमा ,पीएम किसान व फार्मर डायरेक्टरी आदि आदि कार्य पहले से ही है एवं आगे अंशदान निर्धारण का कार्य दिया जाना भी राजस्व परिषद उत्तराखंड द्वारा प्रस्तावित है ।
जिससे पटवारी अपना भू अभिलेखों का मूल कार्य गति से संपादित नहीं कर पा रहें हैं ।
इस परिस्थिति में आम जनता (ख़ासकर बुजुर्ग लोग)के कार्य अत्यधिक विलंब से हो रहें है या कई वर्षों से लंबित हैं । जब रजिस्ट्री स्टाम्प आदि से भरपूर (कर /शुल्क) योगदान (कई सौ करोड़)का जनता से लिया जा रहा है तो नई नियुक्तियों देकर जनता को हो रही परेशानी से भी मुक्ति देनी चाहिये!
मुख्य सचिव उत्तराखंड से आग्रह किया गया की उक्त विषय में शीर्ष लंबित पदों पर नियुक्ति देने के उपरांत ही सर्किल रेट बढ़ायें जायें ।यह विभाग से भरपूर आमदनी सरकार को है फिर भी इस विभाग में स्टाफ़ की भरपूर कमी जनता के साथ धोखा है ।शीग्रह नई नियुक्ति ना होने पर बड़ा आंदोलन किया जाएगा ।