रुद्रप्रयाग। जनपद में आवारा पशुओं के उचित संरक्षण एवं प्रबंधन को लेकर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में पशु क्रूरता समिति की बैठक आयोजित की गई, जिसमें आवारा पशुओं के रहने के लिए उचित स्थान चिन्हित करने के नगर पालिका को निर्देश दिए गए।
उन्होंने इस संबंध में बोर्ड बैठक आहूत करते हुए आवारा पशुओं के प्रबंधन के लिए समाचार-पत्रों में विज्ञप्ति प्रकाशित की जाए कि यदि कोई भी व्यक्ति आवारा पशुओं की देखरेख करना चाहते हैं तथा उनके पास उचित स्थान उपलब्ध है तो उन्हें आवारा पशुओं के प्रबंधन के लिए उचित धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी।
उन्होंने इस संबंध में जल्द से जल्द आवश्यक कार्यवाही करने को कहा, ताकि आवारा पशुओं की उचित व्यवस्था की जा सके। उन्होंने अधिशासी अधिकारी नगर पालिका को यह भी निर्देश दिए कि आवारा पशुओं के रख-रखाव पर व्यय होने वाली धनराशि के संबंध में बजट उपलब्ध कराने के लिए शहरी विकास विभाग को भी पत्र प्रेषित करने को कहा।
उन्होंने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि आवारा पशुओं के किसी प्रकार से घायल होने या बीमार होने पर उन्हें तत्परता से चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने यह भी कहा कि शहर में किसी प्रकार की जाम की स्थिति न हो एवं संचालित हो रही ठेलियों की भी जांच करते हुए बिना अनुमति के संचालित करने वालों के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही की जाए।
इसके साथ ही उन्होंने शहर में संचालित हो रही मीट की दुकानों के भी चेकिंग करने के भी निर्देश दिए तथा नियमों का पालन न करने वालों के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही करने को कहा। बैठक में जिला विकास अधिकारी मनविंदर कौर, पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध कुमार घिल्डियाल, उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजीव गोयल, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका सुशील कुमार कुरील, पशु क्रूरता समिति के सदस्य अजय सेमवाल आदि मौजूद रहे।