प्रदर्शनकारी युवा बेरोजगारों पर बरसी लाठियां

  • भर्ती परीक्षा में धांधली के खिलाफ हजारों छात्र सडक़ों पर उतरे
  • धांधली की सीबीआई से जांच कराने की मांग उठाई
  • पथराव व हंगामे के बाद बिगड़ा माहौल

देहरादून। भर्ती परीक्षा में धांधली की सीबीआई से जांच कराने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे बेरोजगारों को काबू में करने के लिए पुलिस ने लाठियां बरसाई जिसमें कई बेरोजगार घायल हो गये।

पुलिस ने बेरोजगार संघ के कई पदाधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया है।
बृहस्पतिवार को सडक़ों पर युवाओं का हुजूम उमड़ पड़ा। इसके चलते गांधी पार्क के आस-पास की सडक़ों पर हर तरफ युवा ही नजर आ रहे थे। इसके चलते हर तरफ जाम ही जाम नजर आ रहा था। युवा भर्ती परीक्षाओं की जांच सीबीआई से कराने एवं सख्त नकल कानून बनने तक परीक्षाओं का आयोजन न करने की मांग पर अड़े थे।

मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी व एसएसपी ने प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन प्रदर्शनकारी युवा कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने हंगामा करना शुरू कर दिया और अधिकारियों की ओर पानी की बोतले भी फेंकी गई।

देखते-देखते कुछ युवाओं ने पत्थर भी फेंकने शुरू कर दिया। इससे अफरा-तफरी फैल गई। प्रदर्शनकारियों को काबू करने के लिए लाठी चार्ज कर दिया। इससे भगदड़ मच गई।

लोगों ने इधर-उधर भाग कर अपने बचाया। पुलिस के लाठी चार्ज में कई युवा चोटिल हो गये। पुलिस ने बाबी पंवार समेत बेरोजगार संघ के कई पदाधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं बेरोजगार संघ ने पथराव करने वालों से किसी भी तरह का संबंध होने से इनकार किया।

गांधी पार्क से जबरन खत्म कराया गया था सत्याग्रह

बेरोजगार संघ ने पुलिस प्रशासन पर अभ्रदता करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बीती रात्रि पुलिस ने उन्हें जबनर गांधी पार्क से उठाकर प्रगति विहार स्थित धरना स्थल ले जाया गया। उनका आरोप था कि बगैर महिला पुलिस कर्मियों के प्रदर्शनारी महिलाओं को सत्याग्रह से उठाया गया था।

इसके बाद सोशल मीडिया के जरिये युवाओं से सडक़ पर उतरकर सरकार का विरोध करने की अपील की जिसका असर बृहस्पतिवार को दिखाई पड़ा। पुलिस को इतनी अधिक संख्या में प्रदर्शनकारियों के जुटने का अंदेशा नहीं था।

बहरहाल बृहस्पतिवार को शहर में घंटो तक जाम लगा रहा। इसके चलते लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।

उत्तराखंड बंद का आह्वान

बेरोजगार संघ ने प्रदर्शनकारियों पर हुए लाठीचार्ज के खिलाफ 10 फरवरी को उत्तराखंड बंद का आह्वान किया है। संघ के अध्यक्ष बाबी पंवार ने कहा कि उत्तराखंड में बंद में सामाजिक संगठन, पूर्व सैनिक संगठन, टैक्सी यूनियन, व्यापार मंडल व अन्य संगठन उत्तराखंड बंद को सफल बनाने में सहयोग देंगे। वहीं एनएसयूआई, एसएफआई ने लाठी चार्ज की निंदा की।

उन्होंने कहा कि सरकार रोजगार के बजाय लाठियां बरसा रही है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ओबीसी विभाग के राष्ट्रीय महासचिव मुजतबा मलिक ने निर्दोष छात्रों पर लाठीचार्ज के लिए सरकार की निंदा की।

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