कर्नाटक में PM मोदी करेंगे  ऊर्जा सप्ताह, हेलीकाप्टर कारखाने का उद्घाटन

नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को कर्नाटक के दौरे पर जाएंगे और बेंगलुरु में भारत ऊर्जा सप्ताह, 2023 का उद्घाटन करेंगे और पेट्रोलियम में एथेनॉल मिश्रण उत्तरोत्तर बढ़ाने के लक्ष्यों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के तहत प्रधानमंत्री ई-20 ईंधन को आरंभ करेंगे।

PM मोदी तुमकुरु में हिंदुस्तान एयरोनाटिक्स लि (एचएएल) के हेलीकॉप्टर कारखाने का लोकार्पण भी करेंगे। यह एशिया की सबसे बड़ी हेलीकॉप्टर निर्माण सुविधा है। इसकी आधारशिला भी 2016 में प्रधानमंत्री ने ही रखी थी।

प्रधानमंत्री कार्यालय की एक विज्ञप्ति के मुताबिक कर्नाटक के इस दौरे में  मोदी हरित ईंधन के प्रति लोगों में जागरुकता के लिये ग्रीन मोबिलिटी रैली को झंडी दिखाकर रवाना करेंगे और इंडियन आयल की ‘अनबॉटल्ड’ पहल के तहत कुछ वर्दियों का अनावरण करेंगे जो प्लास्टिक की पुरानी बोतलों के पुनर्चक्रण से तैयार सामग्री से बनायी जा रही हैं।

विज्ञप्ति के मुताबिक प्रधानमंत्री इंडियन ऑयल इंडोर सौर कुकिंग प्रणाली के ट्विन-कुकटॉप मॉडल का लोकार्पण करेंगे, यह घर के भीतर सौर ऊर्जा से खाना पकाने का क्रांतिकारी समाधान है, जो सौर के साथ-साथ सहायक ऊर्जा स्रोतों से भी काम करता है।

प्रधानमंत्री तुमकुरु औद्योगिक टाउनशिप और तुमकुरु में दो जल जीवन मिशन परियोजनों की आधारशिला भी रखेंगे। बेंगलुरु में तीन दिन के भारत ऊर्जा सप्ताह का उद्घाटन कार्यक्रम दिन में साढ़े ग्यारह बजे होगा और  मोदी लगभग साढ़े तीन बजे तुमकुरु में हेलीकॉप्टर कारखाने का लोकार्पण में भाग लेंगे तथा वहां विभिन्न विकास योजनाओं का शिलान्यास भी करेंगे।

भारत ऊर्जा सप्ताह का उद्देश्य ऊर्जा अंतरण महाशक्ति के रूप में भारत की बढ़ती क्षमता को प्रदर्शित करना है। इस आयोजन में पारंपरिक और गैर-पारंपरिक ऊर्जा उद्योग, सरकारों और अकादमिक जगत की हस्तियां एकत्र होंगी। कार्यक्रम में 30,000 से अधिक प्रतिनिधि, 1000 प्रदर्शनकर्ता और 500 वक्ता भारत के ऊर्जा भविष्य की चुनौतियों और अवसरों पर चर्चा करेंगे।इसमें विभिन्न देशों के 30 से अधिक मंत्रियों के आने की उम्मीद है।

इस कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री वैश्विक तेल और गैस संस्थानों के सीईओ के साथ गोलमेज संवाद करेंगे। वह हरित ऊर्जा के क्षेत्र में अनेक पहलों का शुभारंभ भी करेंगे। भारत ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिये एथेनॉल मिश्रण कार्यक्रम को बढ़ावा दे रही है।

इथेनॉल उत्पादन क्षमता में 2013-14 से छह गुना वृद्धि दर्ज की गई है। वर्ष 2014 से 2022 के दौरान एथेनॉल आपूर्ति के लिये लगभग 81,800 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया तथा किसानों को लगभग 49,000 करोड़ रुपये से अधिक का हस्तांतरण किया गया है। एथेनॉल मिश्रण रोडमैप के अनुरूप  मोदी इस कार्यक्रम में 11 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में तेल विपणन कंपनियों के 84 खुदरा पंप में ई-20 ईंधन की शुरुआत करेंगे। ई-20 ईंधन के तहत पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथेनॉल का मिश्रण किया गया है।

सरकार का उद्देश्य है कि 2025 तक एथेनॉल का मिश्रण पूरी तरह 20 प्रतिशत तक पूरा कर लिया जाये। इसके साथ ही तेल विपणन कंपनियां 2जी-3जी एथेनॉल संयंत्र लगा रही हैं, जिससे इस कार्य में प्रगति होगी। प्लास्टिक की बोतलों से तैयार समाग्री से इंडियन ऑयल के ग्राहक-परिचारकों की वर्दी का प्रत्येक सेट लगभग 28 इस्तेमाल की गई पीईटी बोतलों को री-साइकिल करके तैयार किया गया है और इस तरह वह इस पहल का समर्थन करता है।

इंडियन ऑयल इस पहल को ‘अनबॉटल्ड’ के माध्यम से आगे बढ़ा रहा है। इंडियन ऑयल का लक्ष्य इस ब्रांड के तहत अन्य तेल विपणन कंपनियों के ग्राहक-परिचारकों के लिए वर्दी की आवश्यकता को पूरा करना, सेना के लिए गैर-लड़ाकू वर्दी, संस्थानों के लिए वर्दी/कपड़े और खुदरा ग्राहकों को बिक्री करना है।

 

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