सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में अधिकारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एजेंट की भूमिका में काम कर रहे हैं जिनके निशाने पर उनकी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता हैं।
सपा नेता आजम खां के साथ यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुये यादव ने कहा कि आजम खां पर झूठे मुकदमे दर्ज कराए गए। अधिकारी भाजपा के एजेंट के तौर पर काम कर रहे हैं।
प्रदेश में भाजपा सरकार के गठन के बाद अन्याय चरम पर है। उनकी पार्टी के लोगों को बेवजह परेशान किया जा रहा है। किसान नौजवान और छोटा व्यापारी समेत समाज का हर वर्ग भाजपा की नीतियों और क्रियाकलापों से परेशान हैं मगर कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
यादव बरेली से सड़क मार्ग से रामपुर होते हुये आजम खां को अपनी कार में साथ लेकर मुरादाबाद पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा की शह पर काम करने वाले भ्रष्ट अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं होती। भाजपा के एजेंट की तरह काम करने की इस तरह की प्रवृत्ति लोकतंत्र के लिए खतरा है।
उन्होने कहा कि रामपुर के उपचुनाव में मतदाताओं को घर से बाहर नहीं निकलने दिया गया जबकि चुनाव आयोग मत प्रतिशत बढ़ाने पर जोर देता है। इसी तरह मैनपुरी में जनता ने प्रशासन की बेईमानी नहीं चलने दी। स्रातक और शिक्षक एम एल सी चुनाव में भाजपा बेईमानी से जीत हासिल की है।
इस दौरान प्रेस कांफ्रेंस में साथ बैठे आजम खां ने कहा कि रामपुर में मतदान के दिन किसी तरह लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया था।
केन्द्रीय बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये यादव ने कहा कि भाजपा ने अपनी विदाई का बजट पेश कर दिया है। एलआईसी के आईपीओ में लोगों का पैसा चला गया और सरकार कहती है कि हम निवेश लाएंगे।
सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर सीधी प्रतिक्रिया से बचते हुये उन्होंने कहा कि भेदभावपूर्ण रवैया और ऊंच नीच का भेद समाप्त होना चाहिए। यह लडाई अभी बहुत लंबी चलने वाली है।