पूर्व शिक्षा मंत्री भारत सरकार एवं पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखंड हरिद्वार सांसद डॉ निशंक ने कहा क़ि वित्तीय वर्ष 2023-24 हेतु मोदी सरकार द्वारा लाया गया यह बजट, एक दूरदर्शी बजट है, जो अमृत काल में एक नए भारत की नींव रखेगा और 130 करोड़ भारतवासियों का जीवन बेहतर और खुशहाल करेगा एवं जो भारत की अर्थव्यवस्था का स्केल बदलने वाला बजट साबित होगा।
उन्होंने आगे बताया क़ि यह बजट भारत को आत्मनिर्भर बनाने के साथ ही स्वतंत्रता के 100वें वर्ष के नए भारत की नींव डालेगा। इसके लिए डॉ निशंक ने यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और माननीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण जी का अभिनंदन व्यक्त किया।
यह बजट सम्पूर्ण देशवासियों की उम्मीदों को प्रतिबिंबित करता है।डॉ निशंक ने प्रसन्नता प्रकट करते हुए बताया कि वर्ष 2014 की तुलना में इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश पर 400% से ज्यादा की वृद्धि की गई है। इस बार इंफ्रास्ट्रक्चर पर 10 लाख करोड़ रुपये का अभूतपूर्व निवेश होगा। यह निवेश युवाओं के लिए रोजगार और एक बड़ी आबादी को आय के नए अवसर पैदा करेगा।
डॉ निशंक ने बजट के अंतर्गत Capital expenditure में 33% की वृद्धि करते हुए उसे 10 लाख करोड़ रुपये करना और Fiscal Deficit को 5.9% रखने का लक्ष्य सरहनीय कदम बताया और कहा कि यह मोदी सरकार की सशक्त बुनियादी ढांचे और मजबूत अर्थव्यवस्था वाले नये भारत बनाने की दूरदर्शिता को दर्शाता है।
डॉ निशंक ने वित्त मंत्री बधाई देते हुए कहा क़ि यह बजट सर्वांगीण विकास को बढ़ावा देने वाला, रोजगार का सृजन करने वाला, गरीब को शक्ति, किसान को मजबूती प्रदान करेगा (जिसमे किसानों के लिए 2,200 करोड़ रुपये का आत्मनिर्भर स्वच्छ योजना कार्यक्रम, वैकल्पिक उर्वरकों और उर्वरकों के संतुलित उपयोग को बढ़ावा देने के लिए पीएम प्रणाम योजना का प्रावधान किया गया है।)
उन्होंने कहा मोदी सरकार हर वर्ग के कल्याण हेतु समर्पित है जिसके अंतर्गत इस बजट में श्रमिकों को सम्मान, मध्यम वर्ग के सपनों को साकार, ईमानदार आयकरदाताओं का गौरवगान, इंफ्रास्ट्रक्टर निर्माण को गति और अर्थव्यवस्था को बल देने के नरेन्द्र मोदी जी के संकल्प को साकार करने में अहम निर्णय लिए गए हैं।
डॉ निशंक ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह बजट न्यू इंडिया के लक्ष्यों की प्राप्ति में देश के 130 करोड़ लोगों को नई ऊर्जा देगा। यह बजट सर्वव्यापी, सर्वस्पर्शी और सर्व-समावेशी है । यह बजट सुशासन, गरीबी उन्मूलन, सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन और रोजगार सृजन का नया अध्याय लिखने में महत्वपूर्ण योगदान देगा ।
डॉ निशंक ने बताया कि कृषि ऋण को बढ़ा कर ₹20 लाख करोड़ किया गया है। युवा उद्यमियों द्वारा कृषि-स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए एग्रीकल्चर एक्सीलेटर फंड बनाया जाएगा।
डॉ निशंक कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि इस बजट में ढांचागत अवस्थापना विकास, स्वास्थ्य, रोजगार सृजन, आवास, सामाजिक कल्याण, कृषक कल्याण, उच्च शिक्षा, नवाचार एवं अनुसंधान पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया है।
डोनेशन ने बताया कि महिलाओं के लिए एक विशेष बचत योजना भी इस बजट में शुरू की जा रही है। यह बजट सहकारिता को ग्रामीण अर्थव्यवस्था की धुरी बनाएगा। नए प्राइमरी कॉपरेटिव्स बनाने के लिए एक महत्वकांक्षी योजना का भी ऐलान इस बजट में किया गया है।।
डॉ निशंक ने यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का धन्यवाद करते हुए कहा कि युवाओं को किताबें उपलब्ध कराने के लिए नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी स्थापित करने के निर्णय का मैं हृदय से स्वागत करता हूँ।
डॉ निशंक ने कहा कि कठिन वैश्विक परिस्थितियों में बजट अत्यंत सकारात्मक और आशावादों दृष्टिकोण वाला है स्वाधीनता की अमृत बेला में प्रस्तुत यह बजट समाज के हर वर्ग को आकाँक्षाओं औरकाल का पहला बजट” कहा जो “एक विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए एक आधार प्रदान करता है” ”। उन्होंने कहा कि बजट वंचितों को प्राथमिकता देता है और आकांक्षी समाज, किसानों और मध्यम वर्ग के सपनों को पूरा करेगा।
डॉ निशंक ने बताया कि रेलवे के लिए ₹2.4 लाख करोड़ के बजट का प्रावधान किया है जो सुदूर क्षेत्रों को रेलवे से जोड़ेगा। साथ ही देश में 50 एयरपोर्ट, हेलीपोर्टों, एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड्स के पुनरुद्धार का निर्णय रीजनल एयर कनेक्टिविटी को बढ़ाएगा, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
डॉ निशंक ने कहा कि सरकार ने माध्यम वर्ग की चिंता करते हुए नई व्यवस्था में आयकर छूट की सीमा 5 लाख रुपये से बढ़ाकर 7 लाख रुपये कर दी गई है। वित्त मंत्री ने नई कर व्यवस्था में टैक्स स्लैब की संख्या भी कम करने का एलान किया।
डॉ निशंक ने किसानों के हित की चिंता करते हुए कहा कि सहकारी क्षेत्र के लिए एक और महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है, जिसमें चीनी सहकारी समितियों द्वारा 2016-17 से पहले किसानों को किये गए भुगतान को अपने खर्च में दिखा पाने की सुविधा दी गयी है इससे करीब ₹10हजार करोड़ की राहत सहकारी चीनी मिलों को मिलेगी। मैं इस प्रस्ताव का स्वागत करता हूँ।
डॉ निशंक ने इस बात का स्वागत किया क़ि भारतीय रेलवे के लिए 2.40 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जी अब तक का सबसे अधिक है।
डॉ निशंक ने बजट की तारीफ करते हुए कहा कि 31 मार्च 2024 तक बनने वाली मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र की सहकारी समितियों को सिर्फ 15% टैक्स के दायरे में रखने पर मोदी जी का आभार। नकद निकासी पर TDS की अधिकतम सीमा ₹3 करोड़ करने, PACS व PCARDBs द्वारा नकद जमा व ऋण के लिए प्रति सदस्य ₹2 लाख की सीमा प्रदान करने का निर्णय सरहनीय है।
डॉ निशंक ने विश्वास प्रकट किया क़ि यह बजट भारत आर्थिक महाशक्ति शक्ति के रूप में स्थापित करने में मील का पठार साबित होगा। चुनौतियों को नए अवसरों में परिवर्तित करने वाला बजट महामारी, वैश्विक मंदी, युद्ध और तमाम आर्थिक उथल-पुथल के बीच भी भारत की तेज आर्थिक विकास डर को सुनिश्चहित करेगा।
डॉ निशंक ने भारत के समग्र विकास की परिकल्पना को विकासोन्मुखी ऐतिहासिक बजट से धरातल पर उतारने के लिए यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और माननीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण एवं उनकी पूरी टीम का अभिनंदन किया।